Champions Trophy: चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) के होस्टिंग राइट्स जरूर पाकिस्तान के पास थे और वो आधिकारिक तौर पर उसका आयोजनकर्ता भी था. लेकिन इस चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तानी टीम ने दिखा दिया है कि महज आयोजन करने से भी पैसे कमाए जा सकते है उसके लिए जीतने का कोई महत्व नहीं है. यही वजह है कि पाकिस्तानी टीम इस टूर्नामेंट में एक भी मैच जीतने में सफल नहीं हुई है. तो चलिए जानते हैं कि आईसीसी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को कितने करोड़ रुपये दिए है.
आईसीसी ने Champions Trophy में पारित किया था 60 करोड़ का बजट
दरअसल पाकिस्तान में लगभग तीन दशक के बाद किसी आईसीसी इवेंट का आयोजन किया जा रहा था जिसके लिए पीसीबी ने खूब तैयारी की थी लेकिन उनकी टीम ने न सिर्फ अपने बोर्ड को बल्कि अपने फैंस को भी निराश किया है. पाकिस्तान टीम इस चैंपियंस ट्रॉफी में एक भी मैच नहीं जीती है और उन्हें बिना जीत के ही वापस लौटना पड़ा है. चैंपियंस ट्रॉफी के लिए आईसीसी ने 60 करोड़ रुपये का बजट पारित किया था जिसे सभी टीमों में बांटा जाना था. हालाँकि सभी टीमों को उनके प्रदर्शन के अनुसार ही बजट मिलना था.
टीम इंडिया को मिले लगभग 20 करोड़ रुपये
भारतीय टीम ने एक बार फिर से चैंपियंस ट्रॉफी जीत ली है. भारतीय टीम को विनर होने के नाते लगभग 19.53 करोड़ रुपये मिले है. न्यूज़ीलैंड की टीम इस चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल तक आयी थी और रनरअप रही है और उन्हें लगभग 10 करोड़ रुपये मिले है. ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका की टीम सेमीफाइनल तक पहुँचने में सफल हुई थी इसलिए उन्हें 4.6 करोड़ रुपये मिले थे.
पाकिस्तान की टीम को मिले लगभग 2 करोड़ 31 लाख रुपए
आपको बता दें कि नंबर 5 और 6 में ख़त्म करने वाली टीम को 2.9 करोड़ रुपये मिले है. जबकि 7 और 8 में रहने वाली टीमों को 1.1 करोड़ रुपये मिले है. सभी टीमों टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए 1 करोड़ रुपये मिले थे. जबकि ग्रुप स्टेज में मैच जीतने पर सभी टीमों को 28 लाख का बोनस मिला था. इन सब को मिलकर पाकिस्तान की टीम को मौजूदा चैंपियंस ट्रॉफी में बिना मैच जीते ही लगभग 2 करोड़ 31 लाख रुपए मिले है.