Ravi Shastri: टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने भारत के सबसे सफल कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) की तुलना जेबकतरा से की है। रवि शास्त्री अपनी अनोखे अंदाज में कमेंट्री के लिए जाने जाते है लेकिन उनका ये बयान लोगों को ज्यादा रास नहीं आ रहा है। तो चलिए जानते हैं कि क्या है पूरा माजरा और क्यों रवि शास्त्री ने धोनी की तुलना जेबकतरे से की है।
Ravi Shastri ने धोनी की तुलना जेबकतरे से कर दी
दरअसल टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) को हाल में आईसीसी (ICC) की तरफ से हॉल ऑफ फेम (ICC Hall Of Fame) में शामिल किया गया है। ये क्रिकेट की दुनिया का सबसे सर्वोच्च पुरस्कार है। ये उन खिलाड़ियों को दिया जाता है जिन्होंने क्रिकेट में विशेष उपलब्धि हासिल की होती है और उन्होंने अपना योगदान इस खेल को बढ़ावे के लिए दिया होता है।
धोनी को मिले इस खास सम्मान पर टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भी अपनी प्रतिक्रिया कुछ अलग अंदाज में दी थी. रवि शास्त्री ने मजाकिया अंदाज में धोनी की तुलना एक जेबकतरे से कर दी थी. उन्होंने क्रिकेट कमेंटेटर इयान बिशप (Ian Bishop) से बातचीत में मजाक करते हुए कहा था कि, “अगर आप भारत में हैं और खासकर अहमदाबाद में किसी बड़े मैच के लिए जा रहे हैं, तो आप ध्यान रखें कि धोनी आपके पीछे न हों वरना आपका बटुआ गायब हो सकता है.”
शास्त्री ने बातचीत के दौरान आगे कहा, “मैंने कभी किसी खिलाड़ी को धोनी जैसा शांत स्वभाव का नहीं देखा है. चाहे वह शून्य पर आउट हों, वर्ल्ड कप जीतें, शतक लगाएं या दोहरा शतक बनाएं ,उनके चेहरे के भाव नहीं बदलते हैं. सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज भी कभी-कभी गुस्सा हो जाते थे, लेकिन धोनी को मैने हमेशा संतुलित में ही रहते देखा है।
क्रिकेट में विशेष योगदान के लिए दिया गया ICC Hall Of Fame
धोनी भारत के मात्र 11वें खिलाड़ी बने है जिन्हें आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है। ये न धोनी के लिए बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के फैंस के लिए काफी यादगार पल है। धोनी ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को एक नए मुकाम पर पहुंचा दिया था।
धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने साल 2007 में साउथ अफ्रीका में हुए टी20 वर्ल्ड कप को जीता था, साल 2011 में भारत में हुए वर्ल्ड कप को जीता था और साल 2013 में इंग्लैंड में हुई चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की थी। वो इकलौते ऐसे कप्तान है जो कि तीनों आईसीसी ट्रॉफी जीते है।
यहीं नहीं उनकी कप्तानी में टीम इंडिया तीनों फॉर्मेट में नंबर 1 भी रही थी। बतौर विकेटकीप और बल्लेबाज भी धोनी की उपलब्धि बहुत ज्यादा है और उन्होंने अपने खेलते समय तक टीम को न जाने कितने मैच जिताए थे।