BCCI President: दिग्गज भारतीय क्रिकेटर रोजर बिन्नी (Roger Binny) द्वारा हाल ही में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष (BCCI President) के रूप में इस्तीफा दे दिया गया था। रोजर बिन्नी के इस्तीफे के बाद बोर्ड के नए अध्यक्ष की तलाश तेज हो गई है।
हालांकि कार्यवाह अध्यक्ष के तौर पर फिलहाल राजीव शुक्ला (Rajeev Shukla) यह जिम्मेदारी निभा रहे हैं। इस बीच एक रिपोर्ट में सामने आया है कि एक दिग्गज भारतीय क्रिकेटर BCCI के अगले अध्यक्ष बनने की दौड़ में हैं।
अगला BCCI President कौन हो सकता है?

अगला बीसीसीआई अध्यक्ष (BCCI President) कौन हो सकता है, इस पर बहस एक बार फिर केंद्र में आ गई है। राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid), सौरव गांगुली (Sourav Ganguly), सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) और एमएस धोनी (MS Dhoni) जैसे बड़े नाम अक्सर क्रिकेट के मैदान से परे नेतृत्व की चर्चाओं में सामने आते हैं। लेकिन दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड का अध्यक्ष बनना सिर्फ लोकप्रियता या उपलब्धियों से जुड़ा नहीं है।
बीसीसीआई (BCCI) का संविधान और नियम स्पष्ट रूप से परिभाषित करते हैं कि कौन और किन शर्तों के तहत चुनाव लड़ सकता है। यहां पात्रता, नियमों और इन दिग्गजों में से कौन इस पद के लिए सही है। यह बीसीसीआई के संविधान और लोढ़ा समिति की सिफारिशों द्वारा सख्ती से शासित होता है, जो संभावित उम्मीदवारों के लिए पात्रता मानदंड और प्रतिबंधों को स्पष्ट रूप से रेखांकित करते हैं।
ये भी पढ़ें- Shikhar Dhawan पर टूटा मुसीबतों का पहाड़, इस मामले के लिए ED ने भेजा समन
BCCI President बनने के रूल्स एंड रेगुलेशन
बीसीसीआई अध्यक्ष (BCCI President) का पद विश्व क्रिकेट में सबसे प्रतिष्ठित प्रशासनिक पदों में से एक है, लेकिन इसके साथ कई नियम जुड़े हैं। बीसीसीआई (BCCI) के संविधान के अनुसारः
- पात्र उम्मीदवार को किसी राज्य क्रिकेट संघ का सदस्य होना चाहिए या क्रिकेट के ढांचे के भीतर कोई प्रशासनिक पद होना चाहिए।
- किसी भी प्रशासनिक पद (राज्य या बीसीसीआई स्तर) पर छह साल तक सेवा देने के बाद एक कूलिंग-ऑफ अवधि होती है। मतलब प्रशासनिक पद से हटने के बाद कुछ समय के अंतराल पर अध्यक्ष पद के लिए आवेदन करें।
- कोई भी व्यक्ति 70 वर्ष की आयु से अधिक इस पद पर नहीं रह सकता।
- यह पद हितों के टकराव के प्रावधानों से भी बंधा है, जो किसी व्यक्ति को प्रशासन में रहते हुए कोच या कमेंटेटर जैसे दोहरे पद धारण करने से रोकता है। मसलन एक व्यक्ति दो पद पर नहीं रह सकता।
ये सख्त नियम सुनिश्चित करते हैं कि केवल प्रशासनिक अनुभव और बेदाग रिकॉर्ड वाले लोग ही अध्यक्ष पद के लिए आकांक्षी हो सकते हैं। इसका मतलब है कि भले ही दिग्गज क्रिकेटरों का कद अच्छा हो, लेकिन उन्हें योग्यता प्राप्त करने के लिए क्रिकेट प्रशासन में सक्रिय रूप से शामिल होना होगा।
क्या क्रिकेट के दिग्गज इस मानदंड पर खरे उतरते हैं?
लोकप्रिय नामों में सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें बीसीसीआई अध्यक्ष (BCCI President) के रूप में अनुभव प्राप्त है, और उन्होंने 2019 से 2022 तक इस पद को संभाला है। अगर वे भविष्य में वापसी करते हैं, तो उनका प्रशासनिक कार्यकाल उन्हें एक मजबूत उम्मीदवार बनाता है।
टीम इंडिया (Team India) के मुख्य कोच रहे राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid), जिन्होंने हाल ही में आईपीएल (IPL) की टीम राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के कोच का पद छोड़ा है, मौजूदा नियमों के तहत हितों के सीधे टकराव का सामना करेंगे, जिससे उन्हें तब तक पद से बाहर रखा जाएगा जब तक वे अपने पूर्व पद के हटने के बाद कुछ समय का अंतराल नहीं बना लेते। और संभवतः कोई प्रशासनिक भूमिका नहीं संभाल लेते।
क्रिकेट के लिजेंड सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने अब तक क्रिकेट प्रशासन में रुचि नहीं दिखाई है, और किसी संघ की भूमिका न होने के कारण, वे पात्रता सीमा से बाहर हैं। मैदान पर एक सिद्ध नेतृत्वकर्ता एमएस धोनी (MS Dhoni) को भी इसी तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। जब तक वे किसी राज्य क्रिकेट निकाय में कोई भूमिका नहीं निभाते, वे अध्यक्ष पद के लिए चुनाव नहीं लड़ सकते।
ऐसे में स्पष्ट है कि चारों दिग्गज द्रविड़, गांगुली, तेंदुलकर और धोनी… इस पद को संभालने के लिए पर्याप्त प्रतिष्ठा रखते हैं लेकिन बीसीसीआई के नियम यह सुनिश्चित करते हैं कि यह पद केवल क्रिकेट की प्रसिद्धि के बजाय प्रशासनिक माध्यमों से अर्जित किया जाए। फिलहाल, गांगुली इनमें सबसे बेहतर उम्मीदवार बने हुए हैं, जबकि अन्य को भविष्य में विचार किए जाने के लिए प्रशासन में प्रवेश करना होगा।
एक विकल्प Rajeev Shukla भी
BCCI President पद की रेस को लेकर मीडिया रिपोर्ट्स पर ध्यान दें तो चार दिग्गज क्रिकेटरों के अलावा एक प्रशासनिक अधिकारी का नाम भी काफी चर्चा में है। वह नाम है राजीव शुक्ला (Rajeev Shukla) का।
एक रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई अध्यक्ष (BCCI President) पद के लिए एक बड़े क्रिकेटर को सबसे आगे माना जा रहा है। अगर वह यह पद नहीं लेते हैं, तो यह पद किसी लोकप्रिय प्रशासक के हाथों में जा सकता है। संभावित विकल्पों के तौर पर जिस अनुभवी अधिकारी का नाम चर्चा में हैं, वो और कोई नहीं बल्कि राजीव शुक्ला हैं क्योंकि उनके पास पर्याप्त पात्रता भी है। सबसे अहम है कि रोजर बिन्नी के BCCI President पद से इस्तीफा देने के बाद राजीव शुक्ला ही कार्यवाह अध्यक्ष की भूमिका निभा रहे हैं।
वह वर्ष 2015 में राजीव शुक्ला को बीसीसीआई द्वारा सर्वसम्मति से आईपीएल के अध्यक्ष (IPL President) के रूप में दोबारा नियुक्त किया गया था। जबकि 18 दिसंबर 2020 को उन्हें बीसीसीआई (BCCI) का निर्विरोध उपाध्यक्ष भी चुना गया है। वैसे अंतिम फैसला इस बात पर निर्भर करेगा कि क्रिकेटर इस पद के लिए तैयार हैं या नहीं।
ये भी पढ़ें- Amit Mishra Records: अमित मिश्रा के 10 बेहतरीन रिकॉर्ड्स, जिन्हें तोड़ना पाना किसी भी गेंदबाज के लिए असंभव