चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy): गौतम गंभीर जब से टीम इंडिया के हेड कोच बने है तब से टीम इंडिया के बुरे दिन शुरू हो गए है. पहले तो श्रीलंका के खिलाफ 27 सालों के बाद वनडे सीरीज में हार और फिर घर में क्लीन स्वीप उसके बाद BGT में हार और अब चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) भी दांव पर लगी हुई है. अब इसमें भी टीम इंडिया का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तब भी गौतम गंभीर को उन्हें टीम इंडिया के हेड कोच के पद से नहीं हटाया जा सकता है और वो इस साल तक कोचिंग कर सकते है.
गौतम गंभीर को मिला हैं 3 साल का कॉन्ट्रैक्ट
आपको बता दें, कि गौतम गंभीर को साल 2024 में टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद उन्हें टीम इंडिया का हेड कोच बनाया गया था, जिसके बाद वो कोचिंग सेटअप में अपने मनमुताबिक कोचों को लेकर आये थे. गंभीर को बीसीसीआई ने अगले 3 सालों के लिए कॉन्ट्रैक्ट दिया है और उसके पहले उनसे कोचिंग नहीं छेंनी जा सकती है.
चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन 8 सालों के बाद हो रहा है और आखिरी बार टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी में रनरअप रही थी और इस बार उनका लक्ष्य ट्रॉफी जीतने का होगा लेकिन जिस तरीके से सीनियर खिलाड़ियों और कोच के बीच मनमुटाव चल रहा है उसके बाद टीम इंडिया का अभी ट्रॉफी जीतने का मौका कम लग रहा है.
बॉर्डर गावस्कर के बाद हटाने की थी ख़बरें
टीम इंडिया को न्यूज़ीलैंड के खिलाफ अपने घर पर टेस्ट इतिहास में पहली बार क्लीन स्वीप का समाना करना पड़ा था जिसके बाद बीसीसीआई ने समीक्षा बैठक की थी. जिसके बाद ख़बरें निकलकर आ रही थी कि टीम इंडिया अगर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी हार जाती है तो गौतम गंभीर को हेड कोच के पद से हटाया जा सकता है लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है और इसके आसार भी नजर नहीं आ रहे है.
Champions Trophy 2017 के बाद कुंबले ने छोड़ दी थी कोचिंग
भारतीय क्रिकेट इतिहास में बहुत कम ही बार टीम इंडिया के हेड कोच को उसके पद से हटाया गया है. इसके पहले 2017 में जब चैंपियंस ट्रॉफी हुई थी तब आखिरी बार किसी कोच को हटाया गया था. तब अनिल कुंबले की कोचिंग स्टाइल से भारतीय खिलाड़ी खुश नहीं थे जिसकी वजह से उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.