INDIA

INDIA: क्रिकेट केवल खेल ही नहीं है बल्कि देश प्रेम का दूसरा नाम है। खिलाड़ी अपने देश को जीत दिलाक पूरे दुनिया में देश का नाम खेल में रोशन करना चाहते हैं। आज हम आपने इस आर्टिकल में एक ऐसे खिलाड़ी के बारे में बात करने वाले हैं, जिन्होंने पिता के आगे देश को चुना। बता दे खिलाड़ी के पिता चाहते थे कि वह कनाडा क्रिकेट से खेले लेकिन वह ऐसा नहीं चाहते थे और उन्होंने टीम इंडिया में अपने प्रदर्शन पर जगह बनाई। आज वह टीम का अगम हिस्सा हैं। तो आईए जानते हैं कौन है वो खिलाड़ी-

बेटे ने पिता के आगे चुना TEAM INDIA

Arshadeep Singh

भारतीय टीम के स्टार तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह  का क्रिकेट करियर आसान नहीं रहा है। आज वह जितना बड़ा नाम हैं उससे कहीं गुना ज्यादा उन्होंने उसके लिए मेहनत की है। बता दें अर्शदीप के पिता चाहते थे कि अर्शदीप कनाडा क्रिकेट से खेले। लेकिन अर्शदीप ने अपने पिता की इच्छा के आगे अपने देश को चुना।

बता दें कि साल 2017 में अच्छा प्रदर्शन के बाद भी अर्शदीप को टीम में मौका  नहीं मिला जिस कारण अर्शदीप और उनके पिता दोनों ही हताश थे। पिता ने बेटे के बेहतर भविष्य को देखते हुए उन्हें कनाडा में सेटल हो जाने की सलाह दी लेकिन अर्शदीप को यह मंजूर नहीं था। उनका सपना तो अपने देश के खेलना था। बहुत मशक्त के बाद अर्शदीप ने अपने पिता से एक साल का समय मांगा। इस दौरान उन्हें पंजाब की ओर से अंडर-19 वर्ल्ड कप में खेलना का मौका मिला। उसके बाद से अर्शदीप के लिए आगे के रास्ते खिलते गए। अर्शदीप अपने देश के लिए कुछ करना चाहते थे और उन्होंने वो करके दिखाया।

कैसे हुई अर्शदीप के क्रिकेट की शुरुआत

अर्शदीप सिंह आज भारतीय क्रिकेट का बड़ा नाम हैं। लेकिन उनके क्रिकेट की शुरुआत उनके स्कूल से हुए। बता दें अर्शदीप के पिता दर्शन सिंह भी एक क्रिकेटर थे, उन्होंने घरेलू क्रिकेट खेला हैं। 13 साल की उम्र की अर्शदीप ने स्कूल से अपने क्रिकेट खेलने की शुरुआत की थी। अर्शदीप की गेंदबाजी से उनके कोच बहुत प्रभावित हुए जिसके बाद से उन्होंने अर्शदीप को खेल की बारीकियां सीखाई और आज वह इतने बड़े गेंदबाज बन गए हैं।

अर्शदीप का क्रिकेट करियर

कड़ी मेहनत के बाद अर्शदीप सिंह को साल 2022 में टीम इंडिया में डेब्यू का मौका मिला।  अर्शदीप ने वनडे क्रिकेट में 8 मैच में 12 विकेट लिए हैं। उन्होंने टी20 में 60 मुकाबले खेले हैं जिसमें उन्होंने 8.32 की इकॉनमी से 95 विकेट चटकाए हैं।

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