Gambhir destoryed this pacer’s career: टीम इंडिया (Team India) में चयन को लेकर बहस हमेशा से रही है, लेकिन जब कोई खिलाड़ी अचानक पूरी तरह गायब हो जाए, तो सवाल और तेज़ हो जाते हैं। तेज़ गेंदबाज़ उमरान मलिक के साथ भी कुछ ऐसा ही होता दिख रहा है, खासकर तब से जब गंभीर टीम इंडिया के कोच बने हैं।
एक समय अपनी रफ़्तार के कारण चर्चा बटोरने वाले उमरान मलिक ने राहुल द्रविड़ के कार्यकाल में डेब्यू किया था लेकिन जैसे ही गौतम गंभीर हेड कोच बने, उमरान को टीम इंडिया (Team India) में मौके मिलना ही बंद हो गए।
सब्ज़ी बेचने वाले के बेटे से टीम इंडिया (Team India) तक का सफर

उमरान मलिक की कहानी भारतीय क्रिकेट की सबसे प्रेरणादायक कहानियों में से एक रही है। जम्मू-कश्मीर से आने वाले उमरान के पिता कभी फल और सब्ज़ी बेचकर परिवार चलाते थे। सीमित संसाधनों, साधारण सुविधाओं और मुश्किल हालात के बावजूद उमरान ने अपनी मेहनत से खुद को IPL तक पहुंचाया और फिर टीम इंडिया (Team India) की जर्सी पहनी। उनकी तेज़ रफ्तार ने उन्हें रातों-रात सुर्खियों में ला दिया।
IPL में उनके प्रदर्शन के बाद माना जाने लगा कि भारत (Team India) को लंबे समय बाद ऐसा तेज़ गेंदबाज़ मिला है, जो सिर्फ स्पीड के दम पर मैच का रुख बदल सकता है। इसी वजह से उमरान मलिक को भारतीय क्रिकेट का भविष्य कहा जाने लगा। उमरान को 2022 में भारत के लिए वनडे और टी20 डेब्यू में मौका मिला था लेकिन वह साल 2023 के बाद से नजर नहीं आए हैं।
गंभीर की कोचिंग और बदलती प्राथमिकताएं
जब गंभीर टीम इंडिया (Team India) के मुख्य कोच बने, तब टीम में अनुशासन, स्पष्ट भूमिका और रणनीतिक सोच को प्राथमिकता दी जाने लगी। Gambhir हमेशा से कंट्रोल, माइंडसेट और मैच अवेयरनेस पर जोर देने के लिए जाने जाते हैं। इसी दौर में उमरान मलिक का नाम भारतीय स्क्वाड से धीरे-धीरे गायब होता चला गया।
फैंस का सवाल है कि क्या गंभीर की कोचिंग फिलॉसफी में सिर्फ रफ्तार से ज्यादा लाइन-लेंथ और निरंतरता को महत्व दिया गया, और इसी वजह से उमरान को मौके नहीं मिले। गंभीर युग में कई युवा खिलाड़ियों को आजमाया गया, लेकिन उमरान को एक भी ठोस मौका नहीं मिल पाया।
आंकड़े, रफ्तार और भरोसे की कमी
उमरान मलिक की सबसे बड़ी ताकत उनकी स्पीड रही है, लेकिन उनके करियर में यह भी देखा गया कि वह कई बार रन लुटा देते थे। टी20 जैसे फॉर्मेट में इकॉनमी और डेथ ओवर गेंदबाज़ी को बहुत अहम माना जाता है। टीम मैनेजमेंट और कोचिंग स्टाफ शायद यही मान रहा था कि उमरान को अभी और निखार की जरूरत है।
हालांकि, आलोचकों का तर्क है कि बिना लगातार मौके दिए किसी गेंदबाज़ को पूरी तरह आंकना गलत है। गौतम गंभीर के टीम इंडिया (Team India) का कोच बनने के बाद उमरान को बेंच पर बैठाए रखना या स्क्वाड से बाहर रखना इसी बहस को जन्म देता है।
अब तक ऐसा रहा है टीम इंडिया (Team India) के लिए उमरान मलिक का प्रदर्शन
उमरान मलिक ने टीम इंडिया (Team India) के लिए अब तक सीमित मौकों में अपनी गेंदबाज़ी का असर दिखाया है। वनडे क्रिकेट में उन्होंने 10 मैच खेले, जिनमें 9 पारियों में गेंदबाज़ी करते हुए 13 विकेट झटके, उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/57 रहा। वनडे में उनका गेंदबाज़ी औसत 30.69 और इकॉनमी रेट 6.54 रहा। वहीं टी20 इंटरनेशनल में उमरान मलिक ने 8 मैचों की 8 पारियों में 11 विकेट अपने नाम किए। इस फॉर्मेट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/48 रहा, जबकि औसत 22.09 और इकॉनमी रेट 10.48 का है।
FAQs
गौतम गंभीर के कार्यकाल में उमरान मलिक ने कितने मैच टीम इंडिया के लिए खेले हैं?
इंटरनेशनल क्रिकेट में उमरान मलिक के नाम कितने विकेट दर्ज हैं?
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