Gambhir's son does not want to play Test cricket for Team India, said 'I am made only for ODI and IPL...'

Team India: टेस्ट क्रिकेट खेलना सभी खिलाड़ियों का सपना होता है। वो जब बड़े होकर क्रिकेट खेलने का सपना देखते है तो अपने देश के लिए टेस्ट में प्रतिनिधित्व जरूर करना चाहते है, लेकिन टी20 क्रिकेट के हावी होने के कारण अब खिलाड़ियों का फोकस टेस्ट क्रिकेट की तरफ कम होता जा रहा है और वो व्हाइट बॉल फॉर्मेट की तरफ ज्यादा रुख कर रहे है। ऐसे ही केकेआर के खिलाड़ी और टीम इंडिया (Team India) के हेड कोच गौतम गंभीर के चहेते खिलाड़ी हैं जो टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते है।

टेस्ट क्रिकेट नहीं हैं वरुण चक्रवर्ती की प्राथमिकता

टीम इंडिया के लिए टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहता गंभीर का लाडला, बोला 'मैं सिर्फ वनडे और IPL के लिए बना....'  1

आपको बता दें, कि ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती है। वरुण चक्रवर्ती ने चैंपियंस ट्रॉफी में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था जिसके चलते टीम इंडिया को खिताब जीतने में आसानी हुई थी।

वरुण ने चैंपियंस ट्रॉफी में 3 मैचों में 9 विकेट लिए थे। चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद वरुण ने हाल जी में एक पॉडकास्ट दिया है जिसमें उन्होंने खुलकर बात की है। उस पॉडकास्ट में ही वरुण ने टेस्ट क्रिकेट खेलने में अपनी रुचि के बारे में भी बताया है लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि उनकी कुछ अपनी सीमाएं हैं, जिसके कारण वो टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल सकते है।

मेरी गेंदबाजी टेस्ट क्रिकेट के लायक नहीं हैं– वरुण

वरुण ने गोबीनाथ के साथ उनके यूट्यूब चैनल पर पॉडकास्ट में बात करते हुए कहा, “मुझे टेस्ट क्रिकेट में दिलचस्पी है, लेकिन मेरी गेंदबाजी शैली टेस्ट क्रिकेट के अनुकूल नहीं है।” मेरी गेंदबाजी लगभग मध्यम गति की है। टेस्ट क्रिकेट में, आपको लगातार 20-30 ओवर गेंदबाजी करनी होती है। मैं अपनी गेंदबाजी में ऐसा नहीं कर सकता।

चूंकि मैं तेज गेंदबाजी करता हूं, इसलिए मैं अधिकतम 10-15 ओवर ही गेंदबाजी कर सकता हूं जो लाल गेंद के लिए उपयुक्त नहीं है। मैं अभी 20 ओवर और 50 ओवर की सफेद गेंद क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं।”

तेज गेंदबाजी छोड़ने का फैसला था सही– वरुण

वरुण ने यह भी कहा कि उन्हें तेज गेंदबाजी छोड़कर स्पिन गेंदबाजी करने का कोई अफसोस नहीं है। आपको बता दें, कि वरुण ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत विकेटकीपर के तौर पर की थी, फिर कॉलेज के दिनों में वे तेज गेंदबाज थे, लेकिन चोट के कारण स्पिन गेंदबाजी करने के फैसले ने उन्हें भारत के लिए खेलने पर मजबूर कर दिया।

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