Ranji: टीम इंडिया को इस साल इंग्लैंड का दौरा करना है. जहाँ पर इंग्लैंड और टीम इंडिया के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी. ये टेस्ट सीरीज जून से अगस्त के शुरुआती सप्ताह तक खेले जायेगी. किसी भी फॉर्मेट में ऑलराउंडर की भूमिका काफी अहम होती है.
ऑलराउंडर टीम को बैलेंस देने का काम करता है और हमने देखा है कि कैसे रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन ने गेंद और बल्ले के साथ टीम इंडिया को वर्षों तक मैच जिताये है. लेकिन अश्विन के रिटायरमेंट के बाद अब जल्द ही रविंद्र जडेजा संन्यास ले सकते है. हालाँकि रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में अब रविंद्र जडेजा के ही नहीं बल्कि हार्दिक पांड्या के भी विकल्प मिले है.
अंशुल कम्बोज बन सकते हैं हार्दिक का रिप्लेसमेंट
वाइट बॉल फॉर्मेट में हार्दिक का रिप्लेसमेंट ढूंढ़ना काफी मुश्किल है. यहीं नहीं रेड बॉल में भी टीम इंडिया उनका विकल्प खोज रही है लेकिन कोई ऐसा खिलाड़ी मिल नहीं पा रहा है लेकिन अब रणजी ट्रॉफी में हरियाणा की तरफ से खेलने वाले अंशुल कम्बोज हार्दिक का परफेक्ट रिप्लेसमेंट हो सकते है.
अंशुल के पास गेंदबाजी में पेस, स्विंग और सीम है और बल्लेबाजी से भी वो अच्छी खासी हिटिंग कर लेते है इसलिए उनको इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मौका दिया जा सकता है. अंशुल ने 6 मैच में 13.79 की औसत से 34 विकेट लिए है.
हर्ष ने Ranji में लिए सबसे ज्यादा विकेट
वहीँ हर्ष दुबे ने इस बार रणजी ट्रॉफी के एक सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेकर इतिहास भी रच दिया है. हर्ष की गेंदबाजी के आगे सभी बल्लेबाज चारों खाने चित्त हो गए थे. उन्होंने इस बार रणजी में 10 मैचों में 16.98 की औसत से 69 विकेट लिए है. यहीं नहीं उन्होंने बल्ले से भी योगदान दिया है जिसके चलते उनकी टीम फाइनल खेल रही है और इसको देखते हुए उन्हें टीम में मौका दिया जा सकता है.
आदित्य सर्वटे ने भी किया अच्छा प्रदर्शन
वहीँ रणजी की दूसरी फाइनलिस्ट केरला के खिलाड़ी आदित्य सर्वटे ने भी इस सीजन में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है जिसके चलते उनको भी टीम इंडिया में जगह मिल सकती है. आदित्य ने इस सीजन 9 मैचों में 20.16 की औसत से 31 विकेट लिए है.