India: भारत के घरेलू क्रिकेट टीमों ने टीम इंडिया को कई सारे स्टार खिलाड़ी दिए हैं, जिन्होंने टीम इंडिया के लिए लंबे समय तक खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया है। इन खिलाड़ियों ने भारत के साथ-साथ दुनिया में भी क्रिकेट में अपना बड़ा योगदान दिया है। हालांकि, इसमें भारत के स्कूल क्रिकेट का भी बहुत बड़ा हाथ है, जहां से बचपन से ही बच्चों को क्रिकेट की ट्रेनिंग दी जाती है।
India के स्कूल क्रिकेट में रचा गया इतिहास
भारतीय क्रिकेट के घरेलू सर्किट में औऱ स्कूल क्रिकेट में खूब सारे रन बनें हैं। हालांकि, आज हम ऐसे स्कोर की बात करने की बात करने जा रहे हैं, जिससे स्कूल क्रिकेट के इतिहास रच दिया था। साल 2016 में प्रणव धनवाड़े ने मान्यता प्राप्त क्रिकेट इतिहास में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर दर्ज किया, वह एक पारी में 1000 से अधिक रन बनाने वाले इकलौते क्रिकेटर बन गए थे। धनवाड़े का केसी गांधी इंग्लिश स्कूल मुंबई में भंडारी कप के खेल में आर्य गुरुकुल से मैच खेल रहा था। इस मैच में केसी गांधी स्कूल ने 15.58 रन प्रति ओवर की दर से 3 विकेट के नुकसान पर 1465 रन बनाए।
प्रणव धनावड़े ने बनाए थे नाबाद 1009 रन
मुंबई के प्रणव धनावड़े ने मंगलवार को इतिहास रच दिया था। इंटर-स्कूल टूर्नामेंट में केसी गाधी स्कूल की ओर से खेलते हुए प्रणव ने 1,009 रनों की नाबाद पारी खेलकर चार अंकों का स्कोर बनाने वाले पहले क्रिकेटर बन गए थे। धनवाड़े 327 गेंदों का सामना करते हुए 1009 रन बनाकर नाबाद रहे थे। कल्याण के यूनियन क्रिकेट अकादमी मैदान पर खेले गए मैच में 15 वर्षीय प्रणव ने अपनी इस पारी के दौरान 129 चौके और 59 छक्के लगाए थे। इस प्रयास की बदौलत उनके स्कूल ने 1465/3 पर पारी घोषित की थी, जो अब तक का सर्वोच्च टीम स्कोर का रिकॉर्ड भी है।
Pranav Dhanawade….
Runs – 1009*
Balls – 323
Mins – 395
S/R – 312.38
Sixes – 59
Fours – 129
His school KC Gandhi HS declared @ 1465— Mohandas Menon (@mohanstatsman) January 5, 2016
तोड़ दिया विश्व रिकॉर्ड
प्रणव धनावड़े ने 629 रन बनाते ही विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया था, इसके बाद उन्होंने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। उन्होंने एईजे कॉलिन्स का एक पारी में सबसे अधिक रन बनाने का 117 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। कॉलिन्स ने 1899 में इंग्लैंड में एक क्लब मैच में नाबाद 628 रन बनाए थे। धनावड़े के स्कूल ने 1926 में न्यू साउथ वेल्स के खिलाफ विक्टोरिया के 1,107 रन के पिछले अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।