राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) और चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के बीच खेला जा रहा मुकाबला अब समाप्त हो चुका है और इस मुकाबले को जीत लिया है रियान पराग (Riyan Parag) की कप्तानी वाली राजस्थान रॉयल्स ने।
राजस्थान की टीम ने लास्ट ओवर में जाकर इस मैच को अपने नाम किया है और इस मैच को जीत इस टीम के सभी खिलाड़ी काफी ज्यादा खुश हैं। वहीं लगातार दूसरा मुकाबला हारने की वजह से चेन्नई सुपर किंग्स से कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) और सभी खिलाड़ी बहुत ज्यादा दुःखी हो गए हैं। तो आइए जानते हैं कि चेन्नई सुपर किंग्स के इस मैच में हार के 3 सबसे के बड़े कारण क्या रहे।
चेन्नई सुपर किंग्स को मिली लगातार दूसरी हार
बता दें कि चेन्नई सुपर किंग्स की टीम अभी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से मुकाबला हार कर आ रही है और अब उसे राजस्थान रॉयल से 6 रनों से हार का सामना करना पड़ा है। राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच हुए मुकाबले में राजस्थान की टीम ने पहले बैटिंग करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 182-9 रन बनाए थे, जिसके जवाब में चेन्नई की टीम ने काफी कोशिशों के बावजूद सिर्फ 174-6 रन बना सकी और 6 रनों से मुकाबला गंवा दिया। आरआर की जीत के हीरो रहे, नितीश राणा, जिन्होंने 81 रनों की पारी खेली।
इन 3 कारणों की वजह से मिली CSK को हार
स्लो बल्लेबाजी
चेन्नई सुपर किंग्स की हार का सबसे बड़ा कारण रहा इस टीम की खराब बल्लेबाजी रही। इस टीम का कोई भी बल्लेबाज तेज गति से रन नहीं बन सका, जिस वजह से इसको हार का सामना करना पड़ा। रविंद्र जडेजा नॉट आउट रहे। लेकिन उन्होंने 22 गेंद में 32 रन बनाए। इसके अलावा ऋतुराज गायकवाड़ ने भी 44 गेंदे खेलकर सिर्फ 63 रन बनाए। बल्लेबाजों का स्लो खेलना इस टीम के लिए सबसे बड़ी परेशानी का कारण रहा।
खराब गेंदबाजी
चेन्नई की हार का एक दूसरा कारण इस टीम की खराब गेंदबाजी रही। इस टीम ने पहले ही ओवर में एक विकेट चटका लिया। लेकिन उसके बाद पावरप्ले में राजस्थान ने काफी दमदार बल्लेबाजी की और दूसरा विकेट उसने आठवें ओवर में गंवाया। मगर तब तक यह टीम 86 रन बना चुकी थी। इसके बाद भी लगातार यह टीम साझेदारी करते रही और इस टीम ने 182 रन का विशालकाय स्कोर खड़ा कर दिया।
खराब प्लेइंग 11 का चयन
पांच बार की आईपीएल चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स के हार का एक सबसे बड़ा कारण खराब प्लेइंग इलेवन का चयन रहा है। इस टीम ने अपनी प्लेइंग 11 में सिर्फ और सिर्फ ऐसे खिलाड़ियों को मौका दिया है, जो लगातार फ्लॉप होते चले आ रहे हैं। ऐसे में इस टीम का जीत पाना किसी भी एंगल से मुश्किल ही है।