Champions Trophy 2025: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के 9वें संस्करण के तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। 2025 में होने जा रही चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) पाकिस्तान की मेजबानी में 19 फरवरी से शुरू होने जा रही है। इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया अपना पहला मैच 20 फरवरी को बांग्लादेश क्रिकेट टीम के साथ खेलते दिखाई देने वाली है।
इस चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy)के लिए बीसीसीआई जल्द ही टीम का ऐलान कर सकती है। हालांकि टीम ऐलान से पहले बीसीसीआई को कुछ खिलाड़ियों को सबसे पहले टीम में शामिल करना पड़ेगा। वरना वह टूर्नामेंट से बाहर हो सकती है। तो आइए 3 ऐसे खिलाड़ियों के बारे में जानते हैं, जिनका टीम में होना काफी जरूरी है।
इन 3 खिलाड़ियों को मिलना चाहिए Champions Trophy में मौका
केएल राहुल (KL Rahul)
दरअसल, वनडे वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल मुकाबले में केएल राहुल ने काफी खराब बल्लेबाजी की थी, जिस वजह से सभी उन्हें टीम से बाहर करने की मांग कर रहे थे। ऐसे में अगर बीसीसीआई उन्हें ड्राप करती है तो भारत का काफी नुकसान हो सकता है। चूंकि वह इंडियन वनडे टीम की बैकबोन हैं।
बीते एकदिवसीय वर्ल्ड कप में उन्होंने 75.33 की औसत से 452 रन बनाए थे और कई मैचों में भारत की जीत दिलाई थी। ऐसे में उनका टीम में होना काफी जरूरी है।
श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer)
भारत के स्टार मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज श्रेयस अय्यर बीते कुछ समय से टेस्ट और टी20 टीम का हिस्सा नहीं हैं और कई जगह खबरें आ रही थी कि वह वनडे टीम से भी बाहर किए जा सकते हैं। लेकिन उनको बाहर करना भारत को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। चूंकि लास्ट वनडे वर्ल्ड कप में उन्होंने 113.24 की स्ट्राइक रेट और 66.25 की औसत से कुल 530 रन बनाए थे।
वह भारत की ओर से सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों में शुमार थे। उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी की वजह से भारत ने कई मैचों में एकतरफा जीत हासिल की थी।
मोहम्मद शमी (Mohammed Shami)
भारत के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाजों में शुमार मोहम्मद शमी 2023 वर्ल्ड कप फाइनल के बाद से ही टीम इंडिया का हिस्सा नहीं बन सके हैं। कई मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया जा रहा है कि उनके और मैनेजमेन्ट के बीच कुछ भी सही नहीं चल रहा है। इसके चलते उनका टूर्नामेंट से बाहर होना आलमोस्ट तय है।
लेकिन अगर यह हुआ तो भारत का ग्रुप स्टेज से ही बाहर होना तय है। चूंकि बीते वर्ल्ड कप में उनकी गेंदबाजी की बदौलत ही टीम इंडिया फाइनल तक जा सकी थी। शमी ने उस दौरान केवल 7 मैच खेले थे। लेकिन इस बीच उन्होंने 24 विकेट चटकाए थे। वह पुरे वर्ल्ड कप में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे।