Ranji: चेतेश्वर पुजारा दुनिया के सबसे बेहतरीन टेस्ट बल्लेबजों में से एक है. उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से टीम इंडिया को न जाने कितने मैच जिताने और ड्रा करके बचाने में मदद की है. हालाँकि आखिरी में उनकी धीरी बल्लेबाजी को लेकर आलोचना की जाती थी लेकिन उन्होंने कभी अपना खेल नहीं बदला जिसके चलते वो इतने सफल हुए थे.
उनकी तरह रणजी (Ranji) में बहुत से ऐसे खिलाड़ी है जो उनकी तरह ही धीरे खेलते है और उसी के चलते बड़ी पारी खेलने में सफल हो जाते है. तो चलिए जानते हैं कि कौन है वो बल्लेबाज जिसने पुजारा की तरह धीमी बल्लेबाजी करते हुए 443 रन जड़ दिए.
भाऊसाहब निम्बालकर ने Ranji में बनाये 443 रन
दरअसल ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि भारत के पूर्व टेस्ट खिलाड़ी भाऊसाहब निम्बालकर है. निम्बालकर ने सौराष्ट्र के खिलाफ अपने करियर की सर्वश्रेष्ट पारी खेलते हुए 443 रन बनाये थे. उन्होंने अपनी इस मैराथन पारी में 494 मिनट क्रीज़ पर बिताये थे और उस दौरान उन्होंने 49 चौके और 1 छक्का जड़ते हुए 443 रन बनाये थे. हालाँकि वो इस पारी में आउट भी नहीं थे. उन्होंने बाउंड्री से ही अपनी पारी में 50 गेंदों में 202 रन बनाये थे. जो कि उनके कुल रनों का 45 प्रतिशत है.
कप्तान को छोड़कर फ्लॉप हुए बाकी सभी खिलाड़ी
दरअसल ये मैच साल 1948/49 में रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र और महाराष्ट्र के बीच खेला गया था. जिसमें सौराष्ट्र की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान ठाकोर साहब ऑफ़ राजकोट के 77 रनों के चलते 238 रन बनाने में सफल हुई थी. महाराष्ट्र की तरफ से दत्तात्रय चौधरी ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट चटकाए थे.
महाराष्ट्र के बल्लेबाजों ने बनाया पहाड़ सा लक्ष्य
वहीँ महाराष्ट्र की तरफ से भाऊसाहब निम्बालकर ने 443 रन बनाये थे और कमल भंडारकर ने भी उनका बखूबी साथ निभाते हुए दोहरा शतक मारा था. उन्होंने 205 रनों का योगदान दिया था जबकि शरद देओधर ने भी कमाल की बल्लेबाजी की थी लेकिन वो शतक नहीं लगा पाए थे औ 7 रनों से शतक लगाने से चूक गए थे. महाराष्ट्र ने इस मैच में 826 रन बनाये थे और ये मैच ड्रा हो गया था.
Also Read: BCCI ने टीम इंडिया के 9 ODI मैच का शेड्यूल किया घोषित, इन 3 तगड़ी टीम से टक्कर