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India के खिलाड़ियों ने की हेड कोच के खिलाफ बगावत, BCCI ने बिना समय लिए कर दिया टीम से बाहर

India के खिलाड़ियों ने की हेड कोच के खिलाफ बगावत, BCCI ने बिना समय लिए कर दिया टीम से बाहर

Team India players revolt against head coach: भारतीय क्रिकेट में पावर की लड़ाई अक्सर देखने को मिली है। कई बार खिलाड़ी और कोच का विवाद भी खूब चला। सौरव गांगुली और ग्रेग चैपल का विवाद तो किसी से छिपा ही नहीं है। इन दोनों के बीच काफी मतभेद देखने को मिले थे और चैपल ने गांगुली को ड्रॉप कर दिया था।

इस विवाद से पहले भी टीम इंडिया में कई बार ऐसा हो चुका है। आज हम आपको एक ऐसा ही मामला बताने वाले हैं, जब भारतीय खिलाड़ियों ने हेड कोच के खिलाफ बगावत कर दी थी।

India के खिलाड़ियों ने हेड कोच के खिलाफ क्यों की थी बगावत

India के खिलाड़ियों ने की हेड कोच के खिलाफ बगावत, BCCI ने बिना समय लिए कर दिया टीम से बाहर

हम आपको जिस घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, वो 28 साल पहले हुए श्रीलंका दौरे के दौरान की है। 1997 में टीम इंडिया ने श्रीलंका का दौरा किया था और तब 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के अहम सदस्य रहने वाले मदन लाल हेड कोच के पद पर तैनात थे। उस दौरे के बीच में मदन ने एक न्यूजपेपर को बेहद तीखा इंटरव्यू दिया और कुछ खिलाड़ियों की जमकर आलोचना की थी, जिससे टीम में माहौल बिगड़ गया।

बीसीसीआई के पूर्व मैनेजर रत्नाकर शेट्टी ने अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘On Board—My Years in BCCI’ में टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम की इस इनसाइड स्टोरी के बारे में खुलकर बताया है।

अजय जडेजा और अनिल कुंबले जैसे दिग्गजों को India के हेड कोच मदन लाल ने बनाया था निशाना

रत्नाकर शेट्टी ने एक भारतीय अंग्रेजी अखबार को दिए मदन लाल के इंटरव्यू का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने श्रीलंका दौरे पर टीम के साथ मौजूद अजय जडेजा, रॉबिन सिंह, सबा करीम और अनिल कुंबले जैसे सीनियर खिलाड़ियों की कड़ी आलोचना की थी। मदन लाल ने कहा था कि जडेजा को तय करना चाहिए कि वे बल्लेबाज हैं या गेंदबाज, जबकि रॉबिन सिंह को उन्होंने मेहनती खिलाड़ी बताया, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर का ऑलराउंडर नहीं माना।

सबा करीम को उन्होंने औसत विकेटकीपर करार देते हुए कहा कि वह बल्लेबाजी से मैच नहीं जिता सकते। यहां तक कि भारत के प्रमुख स्पिनर अनिल कुंबले की गेंदबाजी से भी वे असंतुष्ट थे और कहा कि उन्हें टर्न की बजाय लाइन और लेंथ पर ध्यान देना चाहिए। अंत में मदन ने कहा कि उन्हें पता है टीम नहीं जीत रही, लेकिन अकेले वे कुछ नहीं कर सकते।

मदन लाल के इंटरव्यू से India के ड्रेसिंग रूम का बिगड़ा माहौल

टीम इंडिया के हेड कोच के तीखे इंटरव्यू के बाद, ड्रेसिंग रूम में तनाव की स्थिति बन गई और खिलाड़ियों ने मदन लाल से बातचीत भी बंद कर दी। स्थिति तब और बिगड़ गई, जब दौरे पर खेली गई वनडे सीरीज में मदन लाल के द्वारा आलोचना झेलने वाले खिलाड़ियों ने शतक जड़ दिया और अपने बल्ले के हैंडल से मीडिया बॉक्स की तरफ आपत्तिजनक इशारा करते हुए जश्न मनाया। हालांकि, यह खिलाड़ी कौन था, इसका खुलासा रत्नाकर शेट्टी ने नहीं किया।

BCCI ने मदन लाल को दिखाया बाहर का रास्ता

मदन लाल और टीम इंडिया (Team India) के प्लेयर्स के बीच बिगड़ती स्थिति के कारण बीसीसीआई को बीच में आना पड़ा। बोर्ड ने एक्शन लेते हुए मदन को ही हेड कोच के पद से हटा दिया और अंशुमन गायकवाड़ को उनके पद पर नियुक्त किया गया। मदन लाल का कार्यकाल एक साल भी नहीं चला। वहीं, गायकवाड़ ने 1997 से 1999 तक भारतीय टीम के हेड कोच का पद संभाला।

FAQs

मदन लाल ने किन-किन खिलाड़ियों की आलोचना की थी?
मदन लाल ने अजय जडेजा, रॉबिन सिंह, सबा करीम और अनिल कुंबले को लेकर तीखी टिप्पणी की थी।
मदन लाल का कार्यकाल India के हेड कोच के तौर पर कितने समय तक चला?
मदन लाल का कार्यकाल India के हेड कोच के तौर पर एक साल से कम चला।

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