Virender Sehwag

Virender Sehwag: भारतीय क्रिकेट टीम पूर्व तूफानी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) के खेलने की शैली से पूरी दुनिया के गेंदबाज खौफ खाते थे। वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) के रिटायरमेंट के बाद भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) को फिर से वैसा बल्लेबाज नहीं मिल पाया है, जो विपक्षी टीम के गेंदबाजों के साथ ही कप्तान अंदर भी खौफ भर सके। जब लंबे समय बाद टीम इंडिया (Team India) को एक खिलाड़ी ऐसा मिला, तो उसे टीम से जगह नही दी जा रही है।

Virender Sehwag की तरह तूफानी बल्लेबाजी करते हैं Prithvi Shaw

गलत युग में पैदा होने की सजा भुगत रहा भारत का दूसरा सहवाग, 3 साल से दुत्कार रहे अगरकर, अब संन्यास ही आखिरी विकल्प 1

पृथ्वी शॉ इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली कैपिटल्स की ओर से खेलते हैं और पारी की शुरुआत करते हैं। वहीं, घरेलू क्रिकेट टीम में वें मुंबई की टीम का हिस्सा हैं। पृथ्वी शॉ को टीम इंडिया का दूसरा वीरेंद्र सहवाग कहा जाता है। कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स उनके बात करते हुए कहते हैं कि वें वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर और ब्रायन लारा जैसी प्रतिभा के धनी हैं। हालांकि, पृथ्वी शॉ को लंबे समय से टीम इंडिया में मौका नहीं मिल रहा है और घेरलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद भी उन्हें टीम इंडिया में जगह नहीं मिल पा रही है। और ऐसे में टीम इंडिया अपना दूसरा सहवाग खो सकती है।

खराब फिटनेस और अपनी आदतों से मजबूर हैं Prithvi Shaw

पृथ्वी शॉ में अपार प्रतिभा होने के बावजूद भी उनके अंदर अपनी काबिलियत को लेकर अपने खेल के प्रति भी बिल्कुल भी गंभीरता नहीं दिखती है। शॉ ने लंबे समय टीम से बाहर चल रहे हैं। उनकी फिटनेस एक से खराब हो चुकी है और वे एक खिलाड़ी और एथलीट कम दुकान दिनभर बैठे रहने वाले हलवाई अधिक दिखते हैं।

शॉ ने करियर खराब करने के साथ ही अपने लाखों प्रशंसकों का दिल भी तोड़ा है। खराब फिटनेस के साथ ही वें अक्सर ही विवादों में नजर आते हैं और अक्सर ही उनका नाम कहीं ना कहीं किसी ना किसी विवाद से जुड़ा नजर आता है।

फिटनेस और खेल में नहीं किया सुधार तो लेना पड़ सकता है संन्यास

पृथ्वी शॉ अगर अपने खेल के साथ ही अपनी फिटनेस में सुधार नहीं करते हैं, तो भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी करना तो दूर की बात है। इंडियन प्रीमियर लीग की उनकी टीम दिल्ली कैपिटल्स की टीम उन्हें बाहर कर सकती है।

इसके बाद खराब फिटनेस के कारण उनकी वापसी मुश्किल है और कोई टीम उन पर बोली नहीं लगाएगी। और इसके बाद उन्हें संन्यास लेना पड़ सकता है। क्योंकि अनफिट खिलाड़ियों अजीत अगरकर मौका नहीं देते हैं। फिटनेस कारणों से ही उन्होंने हार्दिक पांड्या को टी20 कप्तानी नहीं सौंपी।

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