Ishan Kishan : ईशान किशन को जब भी इंडियन क्रिकेट में आक्रामकता और आत्मविश्वास की मिसाल के रूप में याद किया जाएगा, तो उनकी रणजी ट्रॉफी में दिल्ली के खिलाफ खेली गई 273 रनों की पारी हमेशा सबसे ऊपर रहेगी। बता दे झारखंड के इस युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ने सिर्फ अपनी टीम को संकट से उबारा, बल्कि अपनी इस पारी से इंडियन क्रिकेट जगत को यह साफ संदेश दे दिया था कि वह भविष्य का बड़ा सितारा बनने को तैयार हैं।
ईशान ने छठे नंबर पर बल्लेबाजी कर तहलका मचा दिया
दरअसल, यह मुकाबला 2016 रणजी ट्रॉफी के ग्रुप बी का था, जो थुंबा (केरल) स्थित सेंट जेवियर्स कॉलेज ग्राउंड में खेला जा रहा था। वहीं दिल्ली ने पहले बल्लेबाज़ी का न्योता देते हुए झारखंड को शुरुआती झटके दे दिए थे। मात्र 80 रन पर 4 विकेट गिर चुके थे, जिसमें कप्तान सौरभ तिवारी भी पवेलियन लौट चुके थे।
टीम दबाव में थी और दिल्ली का पलड़ा भारी दिख रहा था। पर ये किसे पता था कि छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए 18 वर्षीय ईशान किशन ने जैसे ही क्रीज संभाली, खेल का रुख ही बदल दिया। बता दे उन्होंने आक्रामक अंदाज में दिल्ली के गेंदबाजों को निशाना बनाना शुरू किया। क्यूंकि जहां एक तरफ विकेट गिरते जा रहे थे, वहीं ईशान ने पहले ईशांक जग्गी और फिर कौशल सिंह के साथ महत्वपूर्ण साझेदारियाँ करते हुए पारी को संभाल लिया।
Also Read : सुप्रीम कोर्ट ने रणजी क्रिकेटर पर से हटाया आजीवन प्रतिबंध, जानिए क्या था 4 साल पुराना मामला
ईशान किशन का खेल देखने लायक था
बता दे ईशान किशन का खेल देखने लायक था—फ्लुएंट ड्राइव्स, बैकफुट पंच, और दमदार पुल शॉट्स। वहीं दिल्ली के गेंदबाज, जिनमें एक युवा ऋषभ पंत भी शामिल थे, पूरी तरह से लाचार नजर आए। और फिर दिन के अंत तक ईशान ने 162 रन नाबाद बनाकर झारखंड को 359/6 तक पहुंचा दिया था। लेकिन असली तूफान अगले दिन आने वाला था। दरअसल, दूसरे दिन, किशन ने वहीं से शुरुआत की जहां उन्होंने छोड़ा था।
उन्होंने हर गेंदबाज को निशाना बनाया, ऑफ साइड से लेकर लेग साइड तक पूरे मैदान में शॉट्स की बौछार कर दी। उनकी आक्रामकता में कोई जल्दबाजी नहीं थी, बल्कि वह एक संतुलन के साथ बल्लेबाजी कर रहे थे—जिसमें आक्रामकता भी थी और परिपक्वता भी। और आखिरकार वह 273 रन बनाकर आउट हुए। यह पारी झारखंड के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी बन गई। किशन के इस ऐतिहासिक प्रदर्शन की बदौलत झारखंड ने 493 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था ।
मुकाबला आखिरकार ड्रॉ रहा
हालांकि मुकाबला आखिरकार ड्रॉ रहा, लेकिन इस मैच की सबसे बड़ी कहानी बनी ईशान किशन की ऐतिहासिक पारी। साथ ही बता दे ऋषभ पंत ने दिल्ली की ओर से दोनों पारियों में शतक लगाए, लेकिन किशन की 273 रन की बेमिसाल पारी ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। साथ ही बता दे इस पारी ने न सिर्फ किशन की बल्लेबाजी प्रतिभा को दुनिया के सामने लाया, बल्कि यह भी दिखाया कि वह सिर्फ एक T20 स्पेशलिस्ट नहीं, बल्कि लंबे फॉर्मेट में भी कमाल कर सकते हैं।
इसके बाद ईशान ने इंडिया के लिए सभी फॉर्मेट्स में डेब्यू किया और 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच खेलकर अपने लाल गेंद करियर की भी शुरुआत की। वहीं हाल ही में उन्होंने नॉटिंघमशायर के लिए भी काउंटी क्रिकेट में हिस्सा लिया, लेकिन उनके करियर का वो रणजी ट्रॉफी का दिन आज भी सबसे यादगार माना जाता है—जहां उन्होंने 273 रनों की पारी खेलकर गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दीं और अपनी प्रतिभा की एक झलक पूरे इंडिया को दिलाई थी।
Also Read : SRILANKA ODI SERIES के लिए 17 सदस्यीय टीम इंडिया फ़ाइनल, फॉर्म में चल रहे 3 खिलाड़ी ड्रॉप, रोहित कप्ता