टीम इंडिया (Team India) के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। पुजारा ने साल 2010 में बैंगलुरु के मैदान में खेलते हुए भारतीय टीम के लिए डेब्यू किया था और इन्होंने करियर का आखिरी मुकाबला साल 2023 में ओवल के मैदान में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही खेला था। पुजारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए मुकाबले के बाद से ही भारतीय टीम से बाहर चल रहे थे।
भारतीय टीम से बाहर होने के बाद पुजारा ने हार नहीं मानी और ये लगातार घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेते रहे। लेकिन अब जब इन्हें घरेलू क्रिकेट से भी नजरअंदाज करना शुरू किया गया तो इसके बाद इन्होंने संन्यास लेने का फैसला कर लिया है। पुजारा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए संन्यास की जानकारी सभी के साथ साझा की थी।
Wearing the Indian jersey, singing the anthem, and trying my best each time I stepped on the field – it’s impossible to put into words what it truly meant. But as they say, all good things must come to an end, and with immense gratitude I have decided to retire from all forms of… pic.twitter.com/p8yOd5tFyT
— Cheteshwar Pujara (@cheteshwar1) August 24, 2025
पुजारा ने करीब 13 सालों तक टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया (Team India) के लिए हिस्सा लिया और इस दौरान इन्होंने खेलते हुए कई बड़े रिकॉर्ड्स बनाए। इसके साथ ही पुजारा ने खेल के मैदान में कई ऐतिहासिक पारियां खेली जिनके बारे में कोई भी खिलाड़ी सोच नहीं सकता है। पुजारा के संन्यास लेने की खबर जब सामने आई तो सभी खेल प्रेमी बेहद ही मायूस हो गए और वो कह रहे थे कि, टेस्ट क्रिकेट का आखिरी बल्लेबाज अब अलविदा कह चुका है।
कुछ क्रिकेट एक्सपर्ट्स यह कह रहे हैं कि, अब टीम इंडिया (Team India) कभी भी चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) जैसे बेहतरीन बल्लेबाज को कभी तलाश नहीं पाएगी। इसके साथ ही वो यह कह रहे हैं कि, मैनेजमेंट एक बार को सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और एमएस धोनी के रिप्लेसमेंट खोजने में सफल हो जाएगी। मगर पुजारा जैसे बल्लेबाज सदियों में एक बार ही आते हैं और कोई भी इनकी भरपाई नहीं कर पाएगा।
इस वजह से Cheteshwar Pujara का रिप्लेसमेंट खोज पाना है मुश्किल

धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी में मास्टर थे Cheteshwar Pujara
भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) को टेस्ट क्रिकेट का बेहतरीन माना जाता है और इसका श्रेय उनकी धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी को दिया जाता है। पुजारा उन बल्लेबाजों में से एक हैं जो पिच में समय व्यतीत करना पसंद करते हैं और इसके बाद ये कंडीशन के अनुसार ही बल्लेबाजी करना पसंद करते थे।
पुजारा के बारे में यह अक्सर ही देखा जाता था कि, ये कभी खराब शॉट्स खेलकर आउट नहीं होते हैं। वो गेंदबाज की काबिलियत रहती थी कि, वो इन्हें आउट कर पाए। इनके धैर्य का उदाहरण रांची के मैदान में साल 2017 में खेली गई पारी में देखने को मिल सकता है। मुश्किल पिच में इन्होंने 525 गेदों का सामना करते हुए 202 रन बनाए थे। इसके अलावा भी इन्होंने कई बार मुश्किल कंडीशन में अच्छी बल्लेबाजी की थी।
बड़ी साझेदारी करने में थे माहिर
टीम इंडिया के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) अक्सर ही खेल के मैदान में बड़ी साझेदारी करते हुए दिखाई देते थे। इनकी साझेदारियों की वजह से ही भारतीय टीम का राज पिछले एक दशक टेस्ट क्रिकेट में छाया था। पुजारा ने कई बल्लेबाजों के साथ साझेदारी की थी और भारतीय टीम को कई मैचों में जीत दिलाई है। इन्होंने भारतीय टीम के लिए खेलते हुए दूसरे बल्लेबाजों के साथ 16258 रन साझेदारी के माध्यम से जोड़े हैं। इसमें पुजारा के योगदान की बात करें तो इसमें पुजारा ने 30.4 प्रतिशत रन बनाए हैं।
अगर इनके द्वारा की गई सबसे बड़ी साझेदारी की बात करें तो इन्होंने साल 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हैदराबाद के मैदान में बल्लेबाजी करते हुए मुरली विजय के साथ 370 रन जोड़े थे। इस दौरान मुरली विजय ने 167 रन तो वहीं पुजारा ने 180 रन जोड़े थे। शेष रन एक्स्ट्रा के माध्यम से आए थे।
गेंदबाजों का छुड़ा देते थे पसीना
टीम इंडिया के बेहतरीन खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) मैदान में बेहद ही संयमित नजर आते थे और वो कभी भी अपना ध्यान भंग नहीं होने देते थे। पुजारा गेंदबाजों को कभी भी कोई मौका नहीं देते थे और इसी वजह से हर एक गेंदबाज यही कहते थे कि, इन्हें आउट कर पाना टेढ़ी खीर साबित होता है।
इन्होंने करीब 13 सालों तक भारतीय ड्रेसिंग रूम साझा किया है और 103 मैचों में भारतीय टीम के लिए हिस्सा लिया था। इन्होंने अपने टेस्ट क्रिकेट करियर में खेलते हुए 16217 गेदों का सामना किया है। अगर बात करें साल 2010 से 2023 के बीच टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक गेंदों का सामने करने वाले बल्लेबाजों की तो इस फेहरिस्त में ये पांचवें नंबर पर काबिज हैं।
हर एक कंडीशन में करते थे बेहतरीन बल्लेबाजी
भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) घरेलू और विदेशी दोनों ही पिचों में बेहतरीन बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। इन्होंने खेलते हुए न सिर्फ बल्कि घरेलू बल्कि विदेशी सरजमीं पर भी खेलते हुए भारतीय टीम को कई मैचों में जीत दिलाई है। इनकी यही काबिलियत इन्हें बाकी बल्लेबाजों से अलग करती है और इन्हें टेस्ट का बेहतरीन बल्लेबाज बनाती है।
भारतीय सरजमीं पर खेलते हुए पुजारा ने 51 टेस्ट मैचों की 80 पारियों में 52.58 की औसत से 3839 रन बनाए हैं। इस दौरान इन्होंने 10 शतकीय और 20 बार अर्धशतकीय पारियां खेली हैं। वहीं विदेशी सरजमीं पर खेलते हुए इन्होंने 52 मैचों की 94 पारियों में 38.12 की औसत से 3292 रन बनाए हैं। इस दौरान इन्होंने 9 शतकीय और 15 अर्धशतकीय पारियां खेली हैं।
इस प्रकार के हैं Cheteshwar Pujara के टेस्ट में आकड़े
अगर बात करें भारतीय क्रिकेट के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक रहे चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) के क्रिकेट करियर की तो इनका करियर बेहद ही शानदार रहा है। इन्होंने भारतीय टीम के लिए खेलते हुए 103 मैचों की 176 पारियों 43.60 की औसत से 7195 रन बनाए हैं। इस दौरान इन्होंने 19 शतकीय और 35 अर्धशतकीय पारियां खेली हैं। टेस्ट में इनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 206* रन है।
FAQs
चेतेश्वर पुजारा ने टेस्ट डेब्यू कब किया था?
चेतेश्वर पुजारा ने किस बल्लेबाज के साथ 370 रनों की साझेदारी की थी?
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