(Dhoni): एमएस धोनी (Dhoni) भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक है. उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने तीनों आईसीसी ट्रॉफी जीती है और उन्हीं की कप्तानी में टीम इंडिया तीनों फॉर्मेट में पहली बार नंबर 1 बनी थी. हालाँकि धोनी बतौर कप्तान इतने शानदार थे कि उसके आगे उनकी बल्लेबाजी की बात नहीं होती है. उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से टीम इंडिया को न जाने कितनी बार कम स्कोर पर ऑलआउट होने से बचाया है.
यहीं नहीं अब सभी खिलाड़ी उन्हीं की तरह बनना भी चाहते है जिस तरह से वो बल्लेबाजी करते थे और अंत तक मैच को ले जाकर अपनी टीम को जीत दिलाते थे. झारखण्ड में जो भी कीपर बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन करता है उसे दूसरा धोनी ही बताया जाता है. तो चलिए जानते हैं कि कौन है वो दूसरा धोनी जिसने जावेद मियांदाद के रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया है.
कुमार कुशाग्र ने लगाया था ताबड़तोड़ दोहरा शतक
दरअसल ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि झारखण्ड के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज कुमार कुशाग्र है. इस आर्टिकल में हम कुमार कुशाग्र की ताबड़तोड़ पारी के बारे में जानेंगे जिसमें उन्होंने गेंदबाजों की जमकर धुनाई की थी. कुमार कुशाग्र ने बहुत कम उम्र में ही दोहरा शतक जड़ दिया है. कुशाग्र ने इस पारी में 269 गेंदों में 37 चौके और 2 छक्कों की मदद से 266 रन बनाये थे. उन्होंने इस पारी में 39 गेंदों में 160 रन सिर्फ बाउंड्री की मदद से बनाये थे.
कुशाग्र ने तोडा जावेद मियांदाद का रिकॉर्ड
इस पारी की ख़ास बात ये है कि उन्होंने पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियांदाद का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. फर्स्ट क्लास में सबसे कम उम्र में 250 से अधिक का स्कोर बनाने का रिकॉर्ड जावेद मियांदाद के नाम था कुमार ने लगभग 19 साल में ही 250 से ज्यादा का स्कोर बनाकर ये रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था.
झारखण्ड ने बनाया था विशाल स्कोर
दरसअल ये मैच झारखण्ड और नागालैंड के बीच साल 2022 में खेला गया था. जिसमें झारखण्ड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कुमार कुशाग्र के दोहरे शतक और विराट सिंह तथा शाहबाज नदीम के शतकों की बदौलत पहाड़ सा स्कोर खड़ा किया था. विराट ने 107 रन बनाये थे तो वहीँ नदीम ने 177 रन बनाये थे जिसकी बदौलत झारखण्ड ने 880 रन बनाये थे.
ड्रा हुआ मैच
नागालैंड की तरफ से चेतन बिष्ट को छोड़कर बाकी कोई भी बल्लेबाज कुछ नहीं कर सका. उनके शतक के चलते ही नागालैंड की तेआम 289 रन बना सकी थी. झारखण्ड ने दूसरी पारी में फिर से बल्लेबाजी की और इस बार अनुकूल रॉय ने शतक लगाया जबकि उत्कर्ष सिंह और कुमार कुशाग्र ने अर्धशतक लगाया था और झारखंड ने इस पारी में 417 रन बनाये थे. हालाँकि समय नहीं होने के चलते ये मैच ड्रा हो गया था.