Ranji Trophy: अगर कोई खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी जगह पक्कि करना चाहता है तो उसके लिए खिलाड़ी को घरेलू मुकाबलो में अपनी छाप छोड़ना होता है। रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के जरिए युवा टेलेंट टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की कर सकते हैं। रणजी ट्रॉफी के हर सीजन में कुछ ऐतिहासिक पारियां देखने को मिलती है।
आज हम आपको रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में खेली गई एक ऐसी ही पारी के बारे में बताने वाले हैं। खिलाड़ी ने उस पारी में केवल 50 गेंदो में ही 202 रन बना डाले थे। केवल इतना ही नहीं उसने इस एक पारी में कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था। तो आईए जानते हैं उस पारी और उस खिलाड़ी के बारे में-
Ranji Trophy में महज 50 गेंदो में बनाए थे 202 रन
दरअसल यहां पर हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं वह कोई और नहीं बल्कि भारतीय घरेलू क्रिकेट के सबसे महान क्रिकेटर भाऊसाहेब बाबासाहेब निम्बालकर (Bhausaheb Babasaheb Nimbalkar) हैं। इन्हें घरेलू क्रिकेट में सबसे महान पारी खेलने के लिए जाना जाता है। उन्होंने साल 1948 में काठियावाड़ के खिलाफ खेलते हुए 443 रन बनाए हैं।
इस महान और बड़ी के दौरान उन्होंने 49 चौके और 1 छक्का (4*49 + 6*1= 202) जड़ा था। उन्होंने केवल अपनी 50 बाउंड्रीज के द्वारा ही 202 रन बनाए थे। आपने रणजी ट्रॉफी में बहुत से खिलाड़ियों दोहरा और तिहरा शतक जड़ते हुए देखा है, लेकिन चार शतक जड़ने का कारनामा केवल भाऊसाहेब बाबासाहेब निम्बालकर ने ही 1948-49 रणजी ट्रॉफी में किया था।
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यहां देखे मैच का लेखा जोखा
अब अगर इस ऐतिहासिक रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के मैच की बात की जाए तो यह मैच दिसंबर 1948 में पूणे में खेला गया था। काठियावाड़ और महाराष्ट्र के बीच हुए इस मैच में काठियावाड़ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया था। पहले बल्लेबाजी करने उतरी काठियावाड़ की टीम ने 76.1 ओवर में 238 रनों पर ही ढ़ेर हो गई। इसके जवाब में उतरी महाराष्ट्र की टीम ने 4 विकेट के नुकसान पर 826 रन बनाए। अंत में महाराष्ट्र टीम को विजेता घोषत कर दिया गया था।
भाऊसाहेब का क्रिकेट करियर
भाऊसाहेब बाबासाहेब निम्बालकर (Bhausaheb Babasaheb Nimbalkar) एक भारतीय क्रिकेटर थे, जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू नहीं किया। उन्होंने केवल फर्स्ट क्लास क्रिकेट ही खेला था। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने 80 मैच खेले। जिनकी 118 पारियों में 47.93 की औसत से 4841 रन बनाए। इस दौरान भाऊसाहेब का सर्वोत्तम स्कोर 443 था। निम्बालकर ने अपने करियर में 12 शतक और 22 अर्धशतक जड़े थे।