Mohammad Kaif : पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ (Mohammad Kaif) ने टीम इंडिया (Team India) की संभावनाओं पर अपने बेबाक बयान से एक बड़ी बहस छेड़ दी है। Mohammad Kaif के मुताबिक, एक अहम खिलाड़ी की मौजूदगी के बिना टीम एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) में नहीं जीत सकती।
कैफ (Mohammad Kaif) के इस बयान ने अहम मैचों से पहले भारत के संतुलन को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। प्रशंसक और विशेषज्ञ अब टीम की गहराई और लचीलेपन पर सवाल उठा रहे हैं। Mohammad Kaif के इन शब्दों ने निश्चित रूप से हाई-वोल्टेज मुकाबलों से ठीक पहले टीम के मनोबल को हिलाकर रख दिया है।
Mohammad Kaif का आकलन
भारत के एशिया कप 2025 अभियान की शुरुआत से कुछ ही दिन पहले, पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ (Mohammad Kaif) ने एक ऐसा तीखा आकलन किया है जो टीम के मनोबल को हिला सकता है। एक सोशल मीडिया पोस्ट में, कैफ ने जोर देकर कहा कि टीम में तीन ऑलराउंडरों के बिना भारत को “रोहित शर्मा की टी20 विश्व कप जीतने की रणनीति की कमी खलेगी”।
https://x.com/MohammadKaif/status/1964965820099973442
Rohit Sharma के नेतृत्व में 2024 T20 World Cup जीत के दौरान, Team India को तीन बेहतरीन ऑलराउंडरों – अक्षर पटेल (Akshar Patel), रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) और हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) की गहराई का फायदा मिला, जिससे छह भरोसेमंद गेंदबाजी विकल्प मिले और बल्लेबाजी को नंबर 8 तक विस्तार करने का मौका मिला।
हालांकि, Asia Cup के लिए, Mohammad Kaif ने बताया कि यह महत्वपूर्ण संतुलन कम हो गया है; इन तीनों में से केवल अक्षर और हार्दिक ही बचे हैं, जिससे टीम में एक वास्तविक ऑलराउंडर कम हो गया है। ऐसे में वाशिंगटन सुंदर (Washington Sunder) की अनुपस्थिति इस अंतर को और बढ़ा देती है। उनकी टिप्पणी एक सख्त चेतावनी है कि टूर्नामेंट शुरू होने से पहले भारत को एक नए, संतुलित विजयी संयोजन की आवश्यकता है।
ये भी पढ़ें- August महीने के ”Player of the Month’ का हुआ ऐलान, Team India के इस स्टार खिलाड़ी ने जीता ये ख़ास अवार्ड
Rohit के अनुभव की खलेगी कमी
टीम कॉम्बिनेशन के अलावा, टीम इंडिया को रोहित शर्मा के नेतृत्व की कमी भी खलेगी। 2024 टी20 विश्व कप (2024 T20 World Cup) जीत के बाद, रोहित शर्मा, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा जैसे दिग्गज खिलाड़ियों ने टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों से संन्यास ले लिया।उनके के बाद एक पूरी युवा टीम एशिया कप 2025 में खेलती दिखेगी, जिसकी कमान भी एक अन्य युवा सूर्यकुमार यादव के हाथ है।
इस बदलाव के साथ, एशिया कप आने वाले खिलाड़ियों के लिए एक परीक्षा और इरादे का बयान दोनों बन गया है। अजीत अगरकर की अगुवाई में चयनकर्ताओं ने रिंकू सिंह जैसे खिलाड़ी को शामिल करके बल्लेबाजी की गहराई बढ़ाने का फैसला किया है। सबसे अहम है सुंदर को स्टैंडबाय सूची में शामिल करना। अगर उन्हें खिलाना नहीं था तो टीम में पहले से तीन स्पिनर कुलदीप, वरुण और अक्षर होने के बावजूद सुंदर को क्यों ऑप्शनल बनाया गया है।
जीत का फॉर्मूला और एकजुट टीम
10 सितंबर को UAE के खिलाफ एशिया कप (Asia Cup) के अपने पहले मैच में Team India की नजरें टिकी हैं, और चुनौती साफ है कि पुराने फॉर्मूले और दिग्गजों के बिना एक एकजुट टीम बनाना। मुख्य मुद्दा सिर्फ खिलाड़ियों को बदलना नहीं है, बल्कि उस संतुलन को बनाए रखना है। जिसमें छह बेहतरीन गेंदबाज और मजबूत निचले क्रम की बल्लेबाजी का मिश्रण हो।
कैफ के अनुसार, जडेजा की ऑलराउंड उपस्थिति के बिना, जिम्मेदारी अक्षर और हार्दिक पर ज्यादा है। एक अतिरिक्त बल्लेबाज को प्राथमिकता देने का चयनकर्ताओं का फैसला बताता है कि वे मध्य और निचले क्रम में गहराई को महत्व देते हैं।
उन्होंने कहा कि एशिया कप एक महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है, जहां भारत को गेंदबाजी में अतिरिक्त विकल्प और उन विकल्पों के जरिए निचले क्रम में तेजी से रन बनाने का मौका बनाना जरूरी होती है। हालांकि अब जब टीम तय है तो इन्हीं खिलाड़ियों से टीम को कारनामा करके दिखाना होगा।