Ravi Shastri New Head Coach Of England: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी एशेज सीरीज में इंग्लैंड क्रिकेट टीम का प्रदर्शन लगातार सवालों के घेरे में है। पांच मैचों की इस प्रतिष्ठित टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने 3-0 की अजेय बढ़त बनाकर एशेज अपने नाम कर ली। पर्थ, ब्रिसबेन और एडिलेड में मिली करारी हार के बाद इंग्लैंड के खिलाड़ियों के साथ-साथ टीम मैनेजमेंट और कोचिंग स्टाफ की रणनीतियों पर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
खासतौर पर ब्रेंडन मैकुलम की ‘बैजबॉल’ फिलॉसफी ऑस्ट्रेलियाई हालात में पूरी तरह फ्लॉप साबित हुई है, जिसके चलते अब England को नए हेड कोच की तलाश की सलाह दी जा रही है।
इंग्लैंड (England) के दिग्गज का बड़ा बयान, शास्त्री को बताया सही विकल्प

पूर्व England स्पिनर मोंटी पनेसर ने इस मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखी है। पत्रकार रवि बिष्ट से बातचीत में पनेसर ने कहा कि इंग्लैंड को ऐसे कोच की जरूरत है जो ऑस्ट्रेलिया में जाकर उन्हें उन्हीं की धरती पर मात देना जानता हो। उनके मुताबिक, इस कसौटी पर अगर कोई कोच पूरी तरह खरा उतरता है तो वह भारत के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री हैं।
पनेसर का मानना है कि शास्त्री का अनुभव, उनकी आक्रामक सोच और खिलाड़ियों को मानसिक रूप से मजबूत करने की क्षमता England टीम के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है।
ऑस्ट्रेलिया में जीत का अनुभव बना सबसे बड़ा आधार
रवि शास्त्री के नाम ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक उपलब्धियां दर्ज हैं। उनके कोच रहते हुए भारतीय टीम ने पहली बार 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया को उसी की सरज़मीं पर टेस्ट सीरीज़ में हराया था। इसके बाद 2020-21 में चोटिल खिलाड़ियों से भरी टीम के बावजूद भारत ने फिर से ऑस्ट्रेलिया को मात देकर इतिहास रच दिया।
मोंटी पनेसर ने इसी अनुभव को आधार बनाते हुए कहा कि शास्त्री जानते हैं कि ऑस्ट्रेलिया की कमजोरियों को मानसिक, शारीरिक और रणनीतिक रूप से कैसे उजागर किया जाए, जो इस समय England टीम के लिए सबसे जरूरी है।
एशेज में England की कमजोरियां उजागर
मौजूदा एशेज सीरीज़ में England की बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों ही विभागों में बड़ी कमियां साफ नजर आई हैं। शीर्ष क्रम लगातार विफल रहा, जबकि मध्यक्रम दबाव में बिखरता दिखा। गेंदबाज़ों को न तो निरंतरता मिली और न ही सही लाइन-लेंथ का पालन हो सका। पर्थ, ब्रिसबेन और एडिलेड में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों ने इंग्लिश गेंदबाज़ों पर पूरी तरह दबदबा बनाया।
ऐसे में यह सवाल उठना लाज़मी है कि क्या मैकुलम की आक्रामक ‘बैजबॉल’ रणनीति हर परिस्थिति में कारगर है या England को अब अधिक संतुलित और व्यावहारिक सोच अपनानी होगी।
मैकुलम के कार्यकाल में इंग्लैंड को नहीं मिली है कुछ खास सफलता
इंग्लैंड ने बड़ी उम्मीदों के साथ साल 2022 में ब्रेंडन मैकुलम को टेस्ट टीम का हेड कोच बनाया था लेकिन इस कीवी दिग्गज के कार्यकाल में इंग्लिश टीम का हाल बेहद खराब ही रहा है। इसी वजह से मैकुलम को हटाने की लगातार मांग की जा रही है। इस बात की पूरी संभावना है कि शायद एशेज के बाद ईसीबी बड़ा फैसला लेते हुए मैकुलम को हेड कोच के पद से हटा सकती है। अगर नहीं हटाती है तो उन्हें कम से कम टेस्ट फॉर्मेट से हटाया जा सकता है, क्योंकि मैकुलम अभी सभी फॉर्मेट में इंग्लैंड के कोच हैं।
रवि शास्त्री को इंग्लैंड का नया हेड कोच बनाने का सुझाव किसने दिया है?
इंग्लैंड के हेड कोच के रूप में ब्रेंडन मैकुलम को किस साल नियुक्त किया गया था?
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