टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (Murali Vijay) को टी20 का स्पेशलिस्ट बल्लेबाज माना जाता था, लेकिन समय के साथ इन्होंने अपनी शैली में बदलाव किया और ये एक टेस्ट बल्लेबाज के रूप में खुद को स्थापित करने में सफल हुए। मुरली विजय का अंतर्राष्ट्रीय करियर बेहद ही प्रभावशाली रहा है और इन्होंने भारतीय टीम के लिए बेहद ही शानदार खेल दिखाया है।
मुरली विजय (Murali Vijay) डोमेस्टिक क्रिकेट का भी जाना पहचाना चेहरा रहे हैं और इन्होंने डोमेस्टिक क्रिकेट में शानदार खेल दिखाया है। एक ऐसी ही पारी इन्होंने साल 2012 के ईरानी कप में खेली थी और इस दौरान इन्होंने सभी विरोधी गेंदबाजों की बराबर कुटाई की थी।
Murali Vijay ने ईरानी कप में लगाया दोहरा शतक
पूर्व बल्लेबाज मुरली विजय (Murali Vijay) के नाम डोमेस्टिक क्रिकेट में कई छोटे-बड़े रिकॉर्ड दर्ज हैं और इनका योगदान हमेशा से ही टीम के लिए उपयोगी साबित हुआ है। इन्होंने एक ऐसी ही उपयोगी पारी साल 2012 के ईरानी कप में राजस्थान की टीम के खिलाफ खेली थी। इस पारी के दौरान मुरली विजय ने 394 गेदों का सामना करते हुए 36 चौकों और 6 छक्कों की मदद से 266 रनों की पारी खेली थी। इस पारी की बदौलत ही टीम एक बेहतरीन स्कोर पर पहुँच पाई थी।
कुछ इस प्रकार रहा मैच का हाल
अगर बात करें ईरानी कप 2012 में राजस्थान और रेस्ट ऑफ इंडिया के दरमियान बेंगलुरू के मैदान में खेले गए मैच की तो इस मैच में रेस्ट ऑफ इंडिया की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए राजस्थान की टीम पहली पारी में 253 रनों पर सिमट गई।
इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी रेस्ट ऑफ इंडिया की टीम ने मुरली विजय के दोहरा शतक और अन्य बल्लेबाजों की उपयोगी पारियों की बदौलत 7 विकेट के नुकसान पर 607 रनों पर अपनी पारी घोषित कर दी।
इसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी राजस्थान की टीम 275 रनों पर सिमट गई। इस मैच को रेस्ट ऑफ इंडिया की टीम ने एक पारी और 79 रनों के अंतर से अपने नाम कर लिया।
बेहद ही शानदार रहा है Murali Vijay का करियर
अगर बात करें पूर्व सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (Murali Vijay) के क्रिकेट करियर की तो इनका करियर बेहद ही शानदार रहा है। इन्होंने अपने करियर में खेले गए कुल 135 मैचों की 227 फर्स्ट क्लास पारियों में 41.84 की औसत से 9205 रन बनाए हैं। इस दौरान इन्होंने 25 शतकीय और 38 अर्धशतकीय पारियां खेली हैं।