IPL: आईपीएल (IPL) के 18 साल पूरे हो गए है और ये दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग बन गई है। इसमें कई टीमों ने हिस्सा लिया है और उन्होंने कई रिकॉर्ड भी बनाए है। कई टीमें ऐसी है जिन्होंने आईपीएल में ट्रॉफीज की झड़ी लगा रखी है जबकि कुछ का 18 साल में खाता खुलने का नाम नहीं के रहा है। आईपीएल में ऐसी अप्रत्याशित घटनाएं भी हुई है।
आईपीएल में हुई स्पॉट फिक्सिंग ने लोगों का क्रिकेट पर से भरोसा उठा दिया था लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी में मिली जीत ने वापस सबकुछ सही करके रख दिया था। अब आईपीएल बिना किसी आरोपों के सफलतापूर्वक होस्ट किया जा रहा है।
आईपीएल (IPL) ने भारतीय क्रिकेट के साथ साथ दुनियाइ क्रिकेट का बहुत फायदा कराया है। चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और मुंबई इंडियंस (MI) आईपीएल में सबसे ज्यादा ट्रॉफी जीतने वाली टीम है। लेकिन आपको जानकर ये हैरानी होगी कि इतनी ट्रॉफी और मैच जीतने के बाद भी ये दोनों टीमें विनिंग परसेंटेज में टॉप नहीं कर रही है जबकि इस टीम ने बढ़त बनाई हुई है।
तो चलिए जानते हैं कि कौन सी वो टीम है जिसका आईपीएल में विनिंग परसेंटेज सबसे ज्यादा है और कौन सी टीमों ने कितने मैच जीते है।
ये हैं IPL में सबसे ज्यादा विनिंग परसेंट वाली टीम
गुजरात टाइटंस– साल 2022 को चैंपियन टीम गुजरात टाइटंस की आईपीएल ने एंट्री भी इसी साल हुई थी और उन्होंने अपने पहले ही सीजन में ट्रॉफी जीत लिया था। हार्दिक की कप्तानी में टीम ने ये कारनामा किया था। हार्दिक की कप्तानी में टीम अगले साल फाइनल भी पहुंची थी लेकिन चेन्नई से आखिरी गेंद में हारकर लगातार खिताब जीतने से चूक गई थी।
साल 2024 में हार्दिक के टीम छोड़ने के बाद टीम प्लेऑफ में क्वालीफाई करने से चूक गई थी लेकिन अब एक बार फिर से टीम में तगड़ा कमबैक किया है और प्लेऑफ में जगह बनाने वाली है।
गुजरात ने आईपीएल में अभी तक 53 मैच खेले है जिसमें उन्होंने अभी तक 34 मैच जीते है जबकि 19 मैच में हार का सामना करना पड़ा है और उनका विनिंग परसेंटेज 64.15 है जो कि सबसे ज्यादा है।
चेन्नई सुपर किंग्स– आईपीएल की सबसे सफल टीमों में से एक चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने शुरुआत से ही इस लीग में हिस्सा ले रही है। साल 2008 से लेकर चेन्नई ने अभी तक 15 सीजन खेल चुकी है और इस दौरान वो 12 बार प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया है और इस दौरान उन्होंने 10 फाइनल खेले है और 5 ट्रॉफी जीती है। धोनी को कप्तानी में टीम ने ऊंचाइयों को छुआ है।
चेन्नई ने आईपीएल में अभी तक 248 मैच खेले है जिसमें उन्होंने 140 मैच जीते है जबकि 105 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है और इस दौरान उनका विनिंग परसेंटेज 57.11 है, जिससे वो दूसरे स्थान पर है। लेकिन अगर 100 से ज्यादा मैच खेलने वाली टीमों को देखें, तो उसमें चेन्नई का रिकॉर्ड सबसे बेस्ट है।
लखनऊ सुपर जॉइंट्स– लखनऊ सुपर जॉइंट्स भी साल 2022 से आईपीएल में खेल रही है, लेकिन इस दौरान वो कभी ट्रॉफी भले ही न जीत पाई हो लेकिन लगातार वो प्लेऑफ में जगह बना रही है। टीम ने शुरुआत के 3 सीजन राहुल की कप्तानी में खेले थे जिसमें से दो बार प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया था और अब टीम ऋषभ पंत के हाथों में है और टीम अभी प्लेऑफ के लिए संघर्ष कर रही है।
लखनऊ ने अभी तक आईपीएल में 53 मैच खेले है जिसमें अभी तक 29 मैच में जीत मिली है जबकि 23 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। इस दौरान उनका विनिंग परसेंटेज 54.71 है।
मुंबई इंडियंस– मुंबई इंडियंस (MI) भी आईपीएल की सबसे सफल टीमों में से एक है। मुंबई की टीम भी आईपीएल के शुरुआत से लेकर अभी तक हिस्सा ले रही है। मुंबई ने इस दौरान 17 सीजन में 5 बार ट्रॉफी अपने नाम की है। यहीं नहीं मुंबई ने इसके साथ कई और बार प्लेऑफ में भी जगह बनाई है।
मुंबई ने आईपीएल में 270 मैच खेले है जिसमें उन्होंने 147 मैच जीते है जबकि 119 मुकाबलों में हार का स्वाद चखना पड़ा है। इस दौरान उनका विनिंग परसेंटेज 54.44 का है।
कोलकाता नाइट राइडर्स– कोलकाता नाइट राइडर्स भी आईपीएल की सफलतम टीमों की सूची में शामिल है। केकेआर भी साल 2008 से लीग में भाग ले रही है और इस दौरान उन्होंने 3 बार ट्रॉफी अपने नाम किया है। केकेआर ने साल 2012 और 2014 में गौतम गंभीर की कप्तानी में ट्रॉफी जीती थी और एक दशक के बाद श्रेयस अय्यर ने उनको ट्रॉफी जिताई थी लेकिन इस बार श्रेयस अय्यर ने रिटेन होने से मना कर दिया था और अब अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में टीम प्लेऑफ के लिए संघर्ष कर रही है।
कोलकाता ने आईपीएल में अब तक 261 मैच खेले हैं जिसमें 133 मुकाबले जीते है जबकि 122 मुकाबले जीते है और इस दौरान उनका विनिंग परसेंटेज 50.95 है।
राइजिंग पुणे सुपरजॉइंट्स– राइजिंग पुणे की टीम को साल 2016 और 2017 में राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स के ऊपर लगे बैन के कारण मौका दिया गया था। पुणे ने अपने शुरुआती सीजन में तो छाप नहीं छोड़ी थी लेकिन अगले सीजन उन्होंने स्टीव स्मिथ की कप्तानी में फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था लेकिन फाइनल में मुंबई इंडियंस के हाथों 1 रन से हराकर खिताब का सपना टूट गया था।
राइजिंग पुणे ने आईपीएल में 30 मुकाबले खेले थे जिसमें वो 15 मैच जीते थे जबकि 15 मैचों में हार का सामना करना पड़ा था और उनका विनिंग परसेंटेज 50 था।
राजस्थान रॉयल्स– आईपीएल के पहले सीजन की चैंपियन राजस्थान रॉयल्स उसके बाद से ट्रॉफी की तलाश कर रही है लेकिन इस दौरान उन्होंने कई बार प्लेऑफ में जगह बनाई है और एक बार 2022 में तो फाइनल में भी पहुंची थी लेकिन गुजरात के हाथों हारकर दूसरी ट्रॉफी का सपना टूट गया था। टीम ने साल 2008 में ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज स्पिनर शेन वॉर्न के नेतृत्व में अपनी इकलौती ट्रॉफी जीती थी। राजस्थान रॉयल्स ने आज तक 15 सीजन खेले है और इस बार के सीओ में उनकी टीम प्लेऑफ की रेस से लगभग बाहर हो गई है।
राजस्थान ने अभी तक आईपीएल में 231 मैच खेले है जिसमें उन्होंने 112 मैच जीते है जबकि 112 मैच हारे है और उस दौरान उनका विनिंग परसेंटेज 48.48 का है।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर– आईपीएल की सबसे बड़े फैनबेस वाली टीमों में से एक रॉयल चैलेंजर्स 2008 से लेकर अपने पहले खिताब को जीतने के लिए तरस रही है। रॉयल चैलेंजर्स अपनी खिताब की तलाश में 3 बार फाइनल में भी पहुंची है लेकिन वहां उनको हर बार हार का सामना करना पड़ा है। बैंगलोर के पास विराट कोहली के रूप में दुनिया का सबसे बेहतरीन बल्लेबाज और कप्तान भी है लेकिन उसके बाद भी वो ट्रॉफी नहीं जीत पाए है।
बैंगलोर के पास एक से बढ़कर एक खिलाड़ी थी जिसमें यूनिवर्स बॉस क्रिस गेल, मिस्टर 360 एबी डिविलियर्स, भारत को दो वर्ल्ड कप जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले युवराज सिंह, ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ऑलराउंडर शेन वॉटसन, ट्रेविस हेड, केएल राहुल उसके बाद भी वो अपनी पहली ट्रॉफी की तलाश में है।
बैंगलोर ने आईपीएल में अभी तक 265 मुकाबले खेले है जिसमें 127 मैचों में जीत दर्ज की है जबकि 131 मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है और उनका विनिंग परसेंटेज 47.92 है।
सनराइजर्स हैदराबाद– सनराइजर्स हैदराबाद की टीम साल 2013 से आईपीएल में खेल रही है। हैदराबाद की इसके पहले फ्रेंचाइजी डेक्कन चार्जर्स को बीसीसीआई ने दिवालिया घोषित कर दिया था जिसके चलते नई फ्रेंचाइजी को मौका मिला था। हैदराबाद की टीम साल 2016 में डेविड वॉर्नर की कप्तानी में अपना इकलौता खिताब जीत चुकी है।
वॉर्नर की कप्तानी में टीम ने विराट की कप्तानी वाली बैंगलोर को उन्हीं के घर में घुसकर मात दी थी और अपना पहला खिताब जीता था। हालांकि उसके बाद वो कई साल ट्रॉफी नहीं जीत पाए लेकिन प्लेऑफ और फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। अब वर्ल्ड कप विनिंग कप्तान पैट कमिंस के नेतृत्व में टीम पिछली बार फाइनल में पहुंची थी लेकिन इस बार प्लेऑफ के लिए अभी संघर्ष कर रही है।
हैदराबाद को टीम में आइपीएल में अभी तक 191 मुकाबले खेले है जिसमें 90 मैचों में जीत मिली थी जबकि 97 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है और उनका विनिंग परसेंटेज भी 47.12 है।
दिल्ली कैपिटल– आईपीएल में दिल्ली की टीम भी पहले सीजन से खेल रही है और वो भी अपने पहले खिताब की तलाश में है और टीम अभी तक एक बार फाइनल में पहुंची है जहां उनको मुंबई के हाथों हार मिली थी।
दिल्ली ने आईपीएल में अब तक 260 मुकाबले खेले है जिसमें उन्होंने 117 मुकाबले जीते है जबकि 136 मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है और उनका विनिंग परसेंटेज 45 है।
पंजाब किंग्स– पंजाब किंग्स भी साल 2008 से आईपीएल में हिस्सा ले रही है और वो भी अपना पहला खिताब नहीं जीत पाई है। पंजाब के लिए साल 2014 का सीजन अच्छा गया था जहां वो फाइनल तक गए थे लेकिन केकेआर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
पंजाब ने आज तक आईपीएल में 255 मैच खेले है जिसमें 114 मैचों में जीत दर्ज की है जबकि 136 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है और उनका विनिंग परसेंटेज 44.70 है।
गुजरात लायंस– गुजरात की टीम को भी साल 2016 और 2017 में राजस्थान और चेन्नई के बैन होने की वजह से मौका दिया गया था। गुजरात की टीम ने अपने पहले सीजन में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था और प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया था और क्वालीफायर में भी आईपीएल की दो सबसे बेहतरीन पारियों की वजह से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि अगले साल वो प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई थी।
गुजरात ने भी आईपीएल में 30 मैच खेले थे जिसमें उन्होंने 13 मैच जीते थे जबकि 16 मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा था और इस दौरान उनका विनिंग रिकॉर्ड 43.33 था।
कोच्चि टस्कर्स केरला– बीसीसीआई ने साल 2011 में आईपीएल को बड़ा करने के उद्देश्य से टीमें बढ़ाई थी जिसके चलते कोच्चि टस्कर्स केरला को मौका मिला था। लेकिन अगले ही साल दिवालिया होने की वजह से टीम को बाहर कर दिया गया था। कोच्चि टस्कर्स का सीजन भी अच्छा नहीं गया था और वो मात्र 6 मत ही जीत पाई थी।
कोच्चि ने आईपीएल 2011 में 14 मुकाबले खेले थे जिसमें 6 मैचों में जीत मिली थी जबकि 8 मैचों में हार मिली थी और उनका विनिंग परसेंटेज 42.85 था।
डेक्कन चार्जर्स– डेक्कन चार्जर्स की टीम साल 2008 में आई थी और अगले कुछ सालों तक लगाए का हिस्सा रही थी और इस दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट के नेतृत्व में खिताब भी जीत लिया था। डेक्कन चार्जर्स ने साल 2012 तक लीग में हिस्सा लिया था उसके बाद उन्हें बीसीसीआई ने बाहर कर दिया था।
डेक्कन ने आईपीएल में 75 मुकाबले खेले थे जिसमें उन्होंने 29 मुकाबले जीते थे जबकि 46 मैचों में हार का सामना करना पड़ा था और उनका विनिंग परसेंटेज 38.66 था।
पुणे वॉरियर्स इंडिया– पुणे की टीम को भी साल 2011 में आईपीएल में जोड़ा गया था ताकि इस लीग को एक्सटेंड किया जा सकें लेकिन ये टीम भी कुछ साल तक हिस्सा ले पाई थी जिसके बाद बीसीसीआई ने इसे बाहर कर दिया था। पुणे की टीम का आईपीएल में प्रदर्शन सबसे खराब रहा था। उन्होंने 3 साल तक हिस्सा लिया था उसके बाद भी वो कुछ खास नहीं कर पाई थी।
पुणे की टीम ने आईपीएल में 46 मुकाबले खेले थे जिसमें उन्होंने 12 मैच जीते थे जबकि 34 मैचों में हार का सामना करना पड़ा था।
Team Matches Won Loss Win %
GT 53 34 19 64.15
CSK 248 140 105 56.46
LSG 53 29 23 54.71
MI 270 147 119 54.45
KKR 261 133 122 50.95
RPSG 30 15 15 50
RR 231 112 112 48.48
RCB 265 127 131 47.92
SRH 191 90 97 47.12
Delhi 260 117 136 45.00
PBKS 255 114 136 44.70
GL 30 13 16 43.33
KTK 14 6 8 42.85
Deccan 75 29 46 38.66
PWI 46 12 33 26.08
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