आज 15 अगस्त 2025 को हर कोई 79वां स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहा है। साल 1947 में मिली आजादी को लोग आज देश भर में सेलिब्रेट कर रहे हैं और हर किसी के चेहरे पर मुस्कान देखने मिल रहा है। भारत भर में लोग अपने-अपने घरों पर तिरंगा लग रहे हैं और इस कैंपेन को हर घर तिरंगा नाम दिया गया है। लोगों में आज अलग सा जोश देखने मिल रहा है।
हालांकि इन्हीं सब चीजों के बीच एक दिग्गज क्रिकेटर का निधन हो गया है, जिसे सुन हर कोई गमगीन हो गया है। तो आइए जानते हैं कौन है वह क्रिकेटर, जिसका निधन हुआ है।
गमगीन हुआ क्रिकेट जगत
दरअसल, जिस क्रिकेटर का निधन हुआ है वह भारत के दिग्गज स्पिनर्स में शुमार निकोलस सालदान्हा (Nicholas Saldanha) हैं। महाराष्ट्र नासिक में जन्मे निकोलस सालदान्हा ने महाराष्ट्र क्रिकेट टीम के लिए 57 फर्स्ट क्लास मैचों में हिस्सा लिया और अपनी घूमती गेंद व बल्लेबाजी से टीम को कई मैचों में जीत दिलाई। मगर अब 83 साल की उम्र में वह हमें अलविदा कह दुनिया छोड़ चुके हैं।
हर कोई जाता रहा है शोक
निकोलस सालदान्हा के अचानक इंतकाल की वजह से हर कोई सदमे में है और उनके क्रिकेटिंग करियर को याद कर शोक जाता रहा है। उनके स्वर्गवास पर महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) ने भी दुख जताया है और उन्हें सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक बताया है।
एमसीए ने अपने स्टेटमेंट में कहा है कि निकोलस एक ऐसे टैलेंटेड खिलाड़ी थे, जिन्होंने महाराष्ट्र में इस खेल को एक अलग पहचान दिलवाने में काफी अहम भूमिका निभाई। उनका डेडीकेशन, हार्डवर्क और कमिटमेंट इस गेम पर एक लोंग लास्टिंग इंपैक्ट छोड़कर गया है।
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कुछ ऐसे हैं निकोलस सालदान्हा के आंकड़े
निकोलस सालदान्हा के आंकड़े भले ही कुछ ज्यादा ख़ास न दिखें। लेकिन उनका ओवरआल इस गेम पर जो इंपैक्ट रहा है वह शायद आज के समय में भी कई क्रिकेटर्स का नहीं है। निकोलस सालदान्हा के नाम 57 फर्स्ट क्लास मैचों में 138 विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है, जोकि उन्होंने 22.48 की बोलिंग औसत से हासिल किए हैं। उन्होंने इस दौरान 6 बार 5 विकेट हॉल लिया है। उनका बेस्ट बोलिंग फिगर 41 रन देकर 6 विकेट है।
इसके अलावा उन्होंने इस बीच 76 पारियों में 2066 रन बनाने का कारनामा भी किया है। उन्होंने यह कारनामा 30.83 की औसत से किया है। उनके बल्ले से 142 के बेस्ट स्कोर के साथ 1 शतक निकला है।
कल हुआ था वेस पेस का निधन
15 अगस्त के दिन भारत ने निकोलस सालदान्हा को खोया। तो वहीं 14 अगस्त को लिएंडर पेस के पिता वेस पेस को खाया था, जोकि एक हॉकी प्लेयर रह चुके हैं। वेस पेस का निधन भी 80 की उम्र में हुआ है। वेस पेस के निधन से भी तमाम फैंस दुखी थे। वेस पेस 1972 में हुए ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा रहे थे, जिसने ब्रॉन्ज मेडल जीता था।