पाकिस्तान क्रिकेट टीम इस वक्त दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेल रही है और इस सीरीज के पहले ही मुकाबले में टीम इंडिया का प्रदर्शन बेहद ही औसत दर्जे का रहा है। पाकिस्तान का कोई भी बल्लेबाज अफ्रीकी टीम के गेंदबाजों का सामना नहीं कर पाया है और इसी वजह से पाकिस्तान के खिलाड़ियों को ट्रोल किया जा रहा है।
लेकिन एक दौर वो भी था जब पाकिस्तान के बल्लेबाज अपनी बल्लेबाजी के लिए पूरी दुनिया में मशहूर थे और इन्होंने कई मर्तबा विरोधी टीम के लिए मुसीबतें पैदा की हैं। पाकिस्तान के एक बल्लेबाज ने तो एक मर्तबा 499 रनों की पारी खेली थी और अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज किया था।
पाकिस्तान के बल्लेबाज ने लगाया रनों का अंबार
पाकिस्तान की टीम के पास भी एक से बेहतरीन एक बल्लेबाज थे और इन्होंने कई मर्तबा अपनी टीम के लिए बेहतरीन खेल दिखाया था। पाकिस्तान के बल्लेबाज हनीफ़ मोहम्मद भी जब मैदान में डट जाते थे तो ये रनों का अंबार लगा देते थे। साल 1959 में कायद-ए-आजम ट्रॉफी में कराची के लिए खेलते हुए इन्होंने 635 मिनट तक बल्लेबाजी की और इस दौरान इन्होंने 64 शतकों की मदद से 499 रनों की शानदार पारी खेली। इस पारी की वजह से ही कराची की टीम सम्मान जनक स्कोर तक पहुँच पाई थी। इनके द्वारा खेली गई 499 रनों की यह पारी प्रथम श्रेणी क्रिकेट इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी पारी है।
कुछ इस प्रकार का रहा मुकाबले का हाल
अगर बात करें साल 1959 में खेली गई कायद-ए-आजम ट्रॉफी में कराची और बहवालपुर के दरमियान खेले गए मैच की तो इस मैच में कराची की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए बहवालपुर की टीम ने पहली पारी में 185 रनों पर अपने सभी विकेट खो दिए। इसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी कराची की टीम ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेटों के नुकसान पर 772 रनों पर अपनी पारी घोषित कर दी। इसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी बहवालपुर की टीम 108 रनों पर सिमट गई और इस मैच को कराची की टीम ने पारी और 479 रनों के बड़े अंतर से अपने नाम किया।
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