Pat Cummins: दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) और सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) के बीच खेला जा रहा मुकाबला अब समाप्त हो चुका है और इस मुकाबले को अक्षर पटेल (Axar Patel) की कप्तानी वाली दिल्ली कैपिटल्स ने बड़े ही आसानी से जीत लिया है। यह जीत दिल्ली की इस सीजन की लगातार दूसरी जीत है।
वहीं पैट कमिंस (Pat Cummins) की कप्तानी वाली सनराइजर्स हैदराबाद लगातार दो मुकाबले गंवा बैठी है। इस वजह से इस टीम की मालकिन काव्या मारन भी काफी दुःखी हैं। तो आइए जानते हैं कि आज के इस मैच में हैदराबाद की हार के 3 सबसे बड़े कारण क्या रहे।
हैदराबाद को मिली लगातार दूसरी हार
बता दें कि सनराइजर्स हैदराबाद की टीम 27 मार्च को लखनऊ सुपर जाइंट्स के खिलाफ मुकाबला हार कर आ रही है और अब एक बार फिर यह टीम मुकाबला गंवा बैठी है। दिल्ली और हैदराबाद के बीच हुए मैच में हैदराबाद की टीम ने पहले बैटिंग करते हुए सिर्फ 163 रन बनाए थे, जिसके जवाब में दिल्ली की टीम ने 166-3 रन बनाकर मुकाबला अपने नाम कर लिया। दिल्ली की टीम ने 7 विकटों से मुकाबला अपने नाम किया। दिल्ली की जीत के हीरो रहे मिचेल स्टार्क जिन्होंने 5 विकेट लिए।
ये है हैदराबाद की हार के तीन बड़े कारण
बल्लेबाजों का ओवर अग्रेसिव अंदाज
हैदराबाद की टीम की हार का सबसे बड़ा कारण रहा इसके बल्लेबाजों का ओवर एग्रेसिव अंदाज। हैदराबाद के खिलाड़ी इस मैच में लगातार बड़े शॉट्स खेलने के कोशिश में लग रहे, जिस वजह से उन्होंने एक के बाद एक विकेट गंवा दिया और 20 ओवर से पहले ही ऑल आउट हो गए।
खराब फील्डिंग
हैदराबाद की हार का एक अन्य कारण इसकी खराब फील्डिंग भी रही। हैदराबाद की टीम ने शुरुआती समय में ही दिल्ली के सलामी बल्लेबाज जेक फ्रेजर मैकगर्क ने दो कैच ड्रॉप कर दिए। इसके अलावा भी इस टीम ने फील्डिंग में कई बार निराश किया, जिस वजह से इसको हार का सामना करना पड़ा। वहीं दिल्ली की टीम फील्ड में काफी बेहतरीन थी। दिल्ली ने कई बेहतरीन कैच पकड़े, जिस वजह से उसने हैदराबाद पर विराम लगाया।
प्लेइंग 11 में लगातार बदलाव
सनराइजर्स हैदराबाद की हार का एक तीसरा सबसे बड़ा कारण रहा प्लेइंग 11 में लगातार बदलाव। इस टीम ने अब तक तीन मैच खेले हैं और तीनों मैचों में इस टीम की प्लेइंग इलेवन में थोड़े-थोड़े बदलाव दिखे हैं। आज भी यह टीम अलग प्लेइंग 11 के साथ उतरी थी। इस वजह से खिलाड़ी उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके और इसे हार का सामना करना पड़ा।