Prithvi Shaw Double Hundred: भारत के सबसे प्रमुख टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी का रोमांच जारी है और 25 अक्टूबर से मौजूदा सीजन का दूसरा राउंड शुरू हो चुका है। दूसरे राउंड के तीसरे दिन महाराष्ट्र के ओपनर पृथ्वी शॉ ने चंडीगढ़ के खिलाफ धमाल मचा दिया और धमाकेदार दोहरा शतक जड़कर फॉर्म में वापसी का ऐलान कर दिया।
पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) पहली पारी में सस्ते में आउट हो गए थे लेकिन इसके बाद उन्होंने दूसरी पारी में रनों का अंबार लगाकर इसकी भरपाई कर ली।
चंडीगढ़ के खिलाफ सिर्फ 141 गेंदों में Prithvi Shaw ने जड़ा तूफानी शतक

रणजी ट्रॉफी के दूसरे राउंड में महाराष्ट्र का सामना चंडीगढ़ के सेक्टर-16 क्रिकेट स्टेडियम में चंडीगढ़ से हो रहा है। इस मैच की पहली पारी में पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) सिर्फ 8 रन बनाकर आउट हो गए थे। इसके बाद, जब उनकी टीम की दोबारा बल्लेबाजी आई तो उन्होंने कहर बरपा दिया और सिर्फ 141 गेंदों में शतक जड़कर रवि शास्त्री और वीरेंद्र सहवाग जैसे दिग्गजों के खास क्लब में भी जगह बनाने में कामयाबी हासिल की।
🚨 PRITHVI SHAW SMASHED DOUBLE HUNDRED IN RANJI TROPHY FROM JUST 141 BALLS 🤯
– A big statement by Prithvi in Ranji Trophy, time for Resumption in his cricket career. pic.twitter.com/1TA44Sch2l
— Johns. (@CricCrazyJohns) October 27, 2025
रवि शास्त्री और वीरेंद्र सहवाग के क्लब में शामिल हुए पृथ्वी शॉ
अपनी धमाकेदार पारी की बदौलत पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए। शॉ से आगे सिर्फ रवि शास्त्री हैं, जिन्होंने 1984-85 के रणजी सीजन में सिर्फ 123 गेंद पर दोहरा शतक जड़कर तहलका मचा दिया था। अब उनके क्लब में शॉ भी शामिल हो गए हैं।
अगर ओवरऑल रणजी में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने के रिकॉर्ड की बात की जाए तो यह हैदराबाद के तन्मय अग्रवाल के नाम दर्ज है, जिन्होंने 2023/24 में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 119 गेंदों पर डबल सेंचुरी बनाई थी।
इसके अलावा, पृथ्वी शॉ अब वीरेंद्र सहवाग के बाद, केवल दूसरे ऐसे भारतीय हैं, जिनके नाम फर्स्ट क्लास में एक से ज्यादा 200 से कम गेंदों पर डबल सेंचुरी दर्ज हैं। सहवाग ने तीनों ही बार तब यह कारनामा किया, वो भारतीय टीम के लिए टेस्ट खेल रहे थे।
पृथ्वी शॉ ने इस तरह तय किया अपनी पारी में दोहरे शतक तक का सफर
चंडीगढ़ के खिलाफ महाराष्ट्र की दूसरी पारी में पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने सबसे पहले 41 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। इसके बाद, सिर्फ 72 गेंदों में शतक जड़ दिया, जो रणजी ट्रॉफी के इतिहास का 16वां सबसे तेज शतक भी है।
शतक पूरा करने के बाद, शॉ ने ज्यादा ही धुआंधार बल्लेबाजी की और लंच तक 126 गेंदों में 180 के स्कोर तक पहुंच गए। यानी उन्होंने 54 गेंदों पर 80 रन बनाए। लंच के बाद, पृथ्वी शॉ ने सिर्फ 141 गेंदों में अपना दोहरा शतक भी पूरा कर लिया।
दाएं हाथ के ओपनिंग बल्लेबाज ने 156 गेंदों में 222 रनों की शानदार पारी खेली। इस दौरान शॉ के बल्ले से 29 चौके और 5 जबरदस्त छक्के भी देखने को मिले। उनका स्ट्राइक रेट 142.30 का रहा।
नई टीम से घरेलू सीजन खेल रहे हैं पृथ्वी शॉ
आपको बता दें कि पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने इस घरेलू सीजन के आगाज से पहले बड़ा फैसला लिया और उन्होंने अपनी डोमेस्टिक टीम बदल ली। शॉ पहले मुंबई की तरफ से कई साल खेल चुके हैं लेकिन इस सीजन से पहले उन्होंने महाराष्ट्र का दामन थाम लिया, जिसमें ऋतुराज गायकवाड़ भी शामिल हैं।
पिछले घरेलू सीजन में मुंबई के साथ पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) का तालमेल अच्छा नहीं रहा था और उन्हें टीम से ड्रॉप भी कर दिया गया था। हालांकि, अब महाराष्ट्र की टीम में आकर शॉ अपना करियर संवारने के प्रयास में लग गए हैं और अपने दूसरे ही मैच में रिकॉर्ड ब्रेकिंग दोहरा शतक जड़ दिया।