इन दिनों भारतीय सरजमीं पर दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) खेली जा रही है और यह टूर्नामेंट बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले है। ऐसे में सभी खिलाड़ी इस टूर्नामेंट को प्रमुखता से ले रहे हैं। जो भी खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में बेहतरीन खेल दिखाएगा उस खिलाड़ी का चयन बांग्लादेश के खिलाफ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज में मौका दिया जाएगा। इस खबर को सुनने के बाद सभी समार्थक बेहद ही खुश नजर आ रहे हैं।
इन दिनों सोशल मीडिया पर दलीप ट्रॉफी के द्वारा खेली गई एक खास पारी का जिक्र किया जा रहा है और इस पारी में भारतीय बल्लेबाज ने विरोधी गेंदबाजों के धागे खोल दिए थे। आज हम उसी पारी के बारे में बताने जा रहे हैं।
Duleep Trophy में इस बल्लेबाज ने मचाई थी तबाही
आज हम आपको दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) के जिस मैच का जिक्र कर रहे हैं वह पारी साल 1987 में खेली गई थी। इस मैच में नॉर्थ जोन के बल्लेबाज रमन लांबा ने वेस्ट जोन के खिलाफ खेलते हुए विरोधी गेंदबाजों की जमकर कुटाई की थी। इस मैच में रमन लांबा ने 471 गेदों का सामना करते हुए 30 चौकों और 6 शानदार छक्कों की मदद से 320 रनों की पारी खेली थी। इस पारी की बदौलत ही टीम इस मुकाबले को जीतने में सफल हो पाई थी।
कुछ इस प्रकार था मैच का हाल
अगर बात करें दलीप ट्रॉफी 1987 (Duleep Trophy 1987)के फाइनल मैच की तो यह मैच नॉर्थ जोन और वेस्ट जोन के दरमियान भिलाई के मैदान में खेला गया था। इस मैच में नॉर्थ जोन की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी वेस्ट जोन की टीम की पहली पारी 444 रनों पर सिमट गई। वहीं बल्लेबाजी के दौरान नॉर्थ जोन की टीम ने 868 रन बनाए और तीसरी पारी में वेस्ट जोन की टीम 284/6 रन बना पाई और इस मैच को नॉर्थ जोन की टीम ने अपने नाम हासिल कर लिया।
बेहद ही शानदार रहा है रमन लांबा का करियर
अगर बात करें भारतीय बल्लेबाज रमन लांबा के क्रिकेट करियर की तो इनका करियर बेहद ही शानदार रहा है। इन्होंने अपने करियर में खेले गए 121 प्रथम श्रेणी मैचों की 175 पारियों में 53.84 की औसत से 8776 रन बनाए हैं। इस दौरान इन्होंने 31 मर्तबा शतकीय और 27 मर्तबा अर्धशतकीय पारियां खेली हैं।
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