Ravichandran Ashwin – दरअसल, एशिया कप 2025 (Asia Cup) का आगाज़ 9 सितंबर को अफगानिस्तान और हांगकांग के बीच हुए मुकाबले से हो चुका है। तो वहीं पहले मैच में अफगानिस्तान ने हांगकांग को 94 रनों से हराकर धमाकेदार शुरुआत की। इसके अलावा टीम इंडिया (Team India) अपना पहला मैच 10 सितंबर को यूएई (UAE) के खिलाफ खेलने उतरेगी।
लेकिन टूर्नामेंट के बीच ही टीम इंडिया (Team India) के पूर्व दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने एशिया कप (Asia Cup) के स्तर पर सवाल उठाते हुए बड़ी और हैरान करने वाली मांग रखी है। तो आइये मामले को विस्तार से जानते है।
अश्विन ने अफ्रीका को शामिल करने की सलाह दी
असल में अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने सबसे चौंकाने वाली बात यह कही कि एशिया कप (Asia Cup) को बेहतर और रोमांचक बनाने के लिए अफ्रीका की किसी बड़ी टीम को शामिल करना चाहिए। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि टूर्नामेंट को “एफ्रो-एशिया कप” (Afro-Asia Cup) के रूप में खेला जा सकता है।
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उनके अनुसार, “अगर साउथ अफ्रीका जैसी मजबूत टीम को इसमें जोड़ा जाए तो टूर्नामेंट का स्तर अपने आप बढ़ जाएगा। फिलहाल तो हालात ऐसे हैं कि भारत को यहां अपनी ए टीम (India A) भेजनी चाहिए थी, तभी मुकाबले थोड़े प्रतिस्पर्धी नजर आते।”
अश्विन ने क्यों उठाए सवाल?
आपको बता दे अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने कहा कि “एशिया कप (Asia Cup) में कोई खास प्रतिस्पर्धा नजर नहीं आती। हालांकि, अफगानिस्तान जैसी टीमों ने भले ही अच्छी शुरुआत की हो, लेकिन उनके मुताबिक यह टूर्नामेंट भारत जैसी मजबूत टीम के सामने बिल्कुल फीका पड़ जाता है। अश्विन (Ravichandran Ashwin) का मानना है कि मौजूदा टूर्नामेंट 2026 T20 वर्ल्ड कप के लिए किसी भी तरह का “कर्टेन रेज़र” (Curtain Raiser) नहीं है।
उन्होंने कहा – “ये टूर्नामेंट कोई बड़ा पैमाना नहीं है। अगर भारत 170 से ज्यादा का स्कोर खड़ा कर देता है, तो अफगानिस्तान जैसी टीमों के लिए उसका पीछा करना नामुमकिन है। भारत को रोकने का बस एक तरीका है कि किसी दिन उन्हें 155 तक सीमित किया जाए और फिर उस स्कोर का पीछा किया जाए। लेकिन ये भी बेहद मुश्किल है।”
बांग्लादेश पर तंज
इसके अलावा अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने यह भी कहा कि उन्होंने बांग्लादेश का नाम तक नहीं लिया क्योंकि उनके मुताबिक इस समय उस टीम के बारे में बात करने लायक कुछ है ही नहीं। उनकी नजर में मौजूदा टीमों के पास वह क्षमता नहीं है कि वे भारत (Team India) को टक्कर दे सकें।
नतीजा
ऐसे में देखा जाए तो कुल मिलाकर, रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने जो बयान दिया है, उसने एशिया कप (Asia Cup) की विश्वसनीयता और उसके रोमांच पर बहस छेड़ दी है। अफगानिस्तान और हांगकांग जैसी टीमों के बीच अंतर साफ झलकता है और भारत (Team India) जैसी मजबूत टीम के लिए चुनौती ढूंढना मुश्किल हो जाता है।
लिहाज़ा, ऐसे में अफ्रीकी टीम को शामिल करने का उनका सुझाव भले ही अजीब लगे, लेकिन यह टूर्नामेंट को वाकई ज्यादा प्रतिस्पर्धी बना सकता है।
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