टीम इंडिया के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) को अक्सर ही उनकी गेंदबाजी की वजह से उन्हें मैच विनर बताया जाता है। लेकिन जडेजा जितना गेंद के साथ कारगर हैं उतना ही ये बल्लेबाज के तौर पर भी कारगर हैं। जडेजा ने कई मर्तबा अपनी बल्लेबाजी से मैच के नतीजे को बदला है।
इन दिनों ये एक बार फिर से अपनी बल्लेबाजी की वजह से मीडिया की सुर्खियों में बने हुए हैं। जडेजा ने यह शानदार बल्लेबाजी रणजी ट्रॉफी के एक मैच में की थी और कुछ लोगों का मानना है कि, इस पारी के बाद ही इन्हें भारतीय टीम का हिस्सा बनाया गया था।
Ravindra Jadeja ने रणजी में की थी शानदार बल्लेबाजी
टीम इंडिया के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने अपनी बल्लेबाजी से कई मैचों के नतीजे को बदला है। इन्होंने साल 2012 के रणजी ट्रॉफी में एक बार बल्लेबाजी करते हुए तिहरा शतकीय पारी खेली थी। इस पारी के दौरान इन्होंने सौराष्ट्र की तरफ से खेलते हुए गुजरात के सभी गेंदबाजों की बराबर कुटाई की थी। इन्होंने इस मैच में 561 गेदों का सामना करते हुए 37 चौकों और 4 छक्कों की मदद से 303 रनों की पारी खेली थी। इस पारी की वजह से इनकी टीम मैच बचाने में सफल हो पाई थी।
इस प्रकार रहा मुकाबले का हाल
अगर बात करें रणजी ट्रॉफी 2012 में गुजरात और सौराष्ट्र के दरमियान खेले गए मैच की तो इस मैच में सौराष्ट्र की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए गुजरात की टीम ने 9 विकेटों के नुकसान पर 600 रन बनाते हुए पारी को घोषित कर दिया। इसके बाद जब सौराष्ट्र की टीम बल्लेबाजी करने उतरी तो खेल खत्म होने तक सौराष्ट्र ने 3 विकेट के नुकसान पर 716 रन बनाए थे। यह मैच ड्रॉ घोषित हुआ था।
बेहद ही शानदार हैं जडेजा के आकड़े
अगर बात करें टीम इंडिया के बेहतरीन खिलाड़ी रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) के क्रिकेट करियर की तो इनका करियर बेहद ही शानदार रहा है। इन्होंने अपने अभी तक के करियर में खेले गए कुल 135 मैचों की 200 पारियों में 43.66 की बेहतरीन औसत से 7466 रन बनाए हैं। इस दौरान इन्होंने 13 शतकीय और 39 अर्धशतकीय पारियां खेली हैं। वहीं गेंदबाजी के दौरान इन्होंने 23.88 की औसत से 542 विकेट अपने नाम किए हैं।
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