ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad): भारतीय क्रिकेट टीम के नए है कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) बन चुके हैं और वे श्रीलंका दौरे से अपनी जिम्मेदारी संभालेंगे. इस दौरे की शुरुआत 27 जुलाई से होगी और इसके लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने टीम इंडिया के स्क्वाड की घोषणा कर दी है.
जब श्रीलंका के खिलाफ होने वाली टी-20 सीरीज के लिए टीम का ऐलान हाउ तो उसमें सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात ये थी कि इस स्क्वाड में युवा बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) का नाम शामिल नहीं था.
जिम्बाब्वे के खिलाफ Ruturaj Gaikwad ने किया था बेहतरीन प्रदर्शन
हाल ही में टीम इंडिया ने जिम्बाब्वे का दौरा किया था और इस दौरे पर टीम में युवा खिलाड़ियों को शामिल किया गया था. इस दौरे पर टीम इंडिया की कप्तानी शुभमन गिल के हाथों में सौंपी गयी थी और अब उन्हें श्रीलंका के खिलाफ टीम का उपकप्तान बनाया गया है.
इस श्रृंखला में ऋतुराज ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था और उन्होंने 4 मैचों की 3 पारियों में 66 से अधिक की औसत और 158 की स्ट्राइक रेट के साथ 133 रन बनाये थे. इस दौरान उनके बल्ले से एक अर्धशतकीय पारी निकली थी. इस बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भी उन्हें टीम से ड्राप कर दिया गया.
टीम इंडिया में पॉलिटिक्स का शिकार हुए गायकवाड़
दरअसल, श्रीलंका के खिलाफ चुनी गयी टीम में गायकवाड़ को टीम में शामिल नहीं किया गया, जबकि गिल ने जिम्बाब्वे के खिलाफ कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया था और इसके बाद भी उन्हें टीम का नया उपकप्तान बना दिया गया है.
गिल ने पिछले दौरे पर जिम्बाब्वे के खिलाफ सबसे अधिक रन बनाये थे लेकिन उनका स्ट्राइक रेट 125 का रहा था और उन्होंने ऐसी कमजोर टीम के खिलाफ इतनी धीमी बल्लेबाजी की थी. इसके बाद भी उन्हें टीम में शामिल किया गया और गायकवाड़ को एक पॉलिटिक्स के तहत टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. उस दौरे पर ख़राब प्रदर्शन करने वाले रियान पराग को भी टीम में मौका दिया गया है.
Ruturaj Gaikwad ले सकते हैं सन्यास
टीम इंडिया का हेड कोच बनने से पहले गौतम गंभीर यही कहते थे कि टीम में खिलाड़ियों का चयन मेरिट के आधार पर होना चाहिए लेकिन उनके रहते हुए भी ऋतुराज को टीम इंडिया से अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी बाहर कर दिया गया. अब ऐसे में सवाल उठता है कि क्या गायकवाड़ को आगे मौका मिलेगा या नहीं.
गायकवाड़ के बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भी उन्हें बाहर कर दिया गया और अब आने वाले समय में अगर उन्हें मौका नहीं मिला तो क्या वे सन्यास की घोषणा कर सकते हैं. अगर ऐसा कुछ होता है तो इसके लिए जिम्मेदार गौतम गंभीर भी होंगे क्योंकि वे इस समय टीम के हेड कोच हैं और उनकी सलाह के बिना टीम का चयन नहीं हो सकता है.