Sai Sudarshan : इंडियन क्रिकेट टीम जहां इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज में संघर्ष कर रही है, वहीं एक युवा बल्लेबाज इंग्लैंड की ही धरती पर बल्ले से धमाका कर रहा है। बता दे काउंटी क्रिकेट में डेब्यू कर रहे इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने ऐसी बल्लेबाजी की है कि क्रिकेट पंडित अब उन्हें विराट कोहली के सीमित ओवरों के उत्तराधिकारी के रूप में देखने लगे हैं। कौन है ये खिलाड़ी आइये जानते है।
तिलक का काउंटी में पहला सीजन और दूसरा शतक
दरअसल, तिलक वर्मा ने 2025 काउंटी चैंपियनशिप डिवीजन वन में हैंपशर के लिए खेलते हुए अब तक जो प्रदर्शन किया है, वह किसी अनुभवी इंटरनेशनल बल्लेबाज से कम नहीं रहा। बता दे अपने चौथे ही मैच की चौथी पारी में उन्होंने 256 गेंदों पर 112 रन की शानदार पारी खेली, जिसमें 15 बाउंड्री शामिल थीं। यह उनका काउंटी करियर का दूसरा शतक था।
वहीं इससे पहले, तिलक ने अपने डेब्यू मैच में ही 241 गेंदों में 100 रन बनाकर धमाकेदार एंट्री की थी। और तो और वॉर्सेस्टरशायर के खिलाफ उन्होंने 56 और 47 रन की पारियां खेलीं और अब नॉटिंघमशायर के खिलाफ सैकड़ा जड़कर उन्होंने साबित कर दिया है कि वे इंग्लिश परिस्थितियों में ढल चुके हैं और तेज-स्विंग होती गेंदों के खिलाफ भी आत्मविश्वास से भरपूर हैं।
सीमित ओवरों का स्पेशलिस्ट – कोहली जैसा स्टाइल
बता दे 22 वर्षीय तिलक वर्मा अब तक भारत के लिए 25 T20 और 4 ODI मैच खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने 749 रन बनाए हैं। इनमें दो शतक और तीन अर्धशतक शामिल हैं। ऐसे में उनका स्ट्राइक रेट और औसत दोनों ही विराट कोहली के शुरुआती दिनों की याद दिलाते हैं। वहीं खास बात ये है कि तिलक नंबर 3 या 4 पर बैटिंग करते हैं — वो स्लॉट जहां कोहली भारतीय टीम की रीढ़ माने जाते थे।
तिलक वर्मा के पास वह संयम भी है जो ODI में चाहिए और वह आक्रामकता भी जो T20 में जरूरी है। बता दे मुंबई इंडियंस के लिए खेले गए 54 IPL मैचों में तिलक वर्मा ने लगभग 1,500 रन बनाए हैं, वो भी 37.47 की औसत और 144.41 के स्ट्राइक रेट से। यह आंकड़े बताने के लिए काफी हैं कि तिलक भविष्य नहीं, बल्कि वर्तमान हैं। उन्होंने बड़े मंच पर बार-बार खुद को साबित किया है।
तकनीकी तौर पर सक्षम, मानसिक तौर पर मज़बूत तिलक
तिलक वर्मा की सबसे बड़ी ताकत है उनका तकनीकी संतुलन और मानसिक दृढ़ता। बता दे तेज और स्विंगिंग गेंदों के खिलाफ फ्रंट फुट पर खेलने की उनकी क्षमता और लंबे समय तक क्रीज पर टिकने की आदत, उन्हें ODI और T20 दोनों के लिए परफेक्ट पैकेज बनाती है। वह सिर्फ छक्के-चौकों का खिलाड़ी नहीं, बल्कि परिस्थिति के मुताबिक खेलने वाला जिम्मेदार बल्लेबाज हैं।
कोहली के बाद नई रफ्तार
दरअसल, जिस तरह टेस्ट में साई सुदर्शन को भविष्य का भरोसेमंद विकल्प माना जा रहा है, उसी तरह सीमित ओवरों के फॉर्मेट में तिलक वर्मा एक बेहद मजबूत दावेदार बन चुके हैं। साथ ही वह न सिर्फ रन बना रहे हैं, बल्कि मैच की दिशा बदलने का माद्दा भी रखते हैं। कोहली की तरह वो भी नंबर 3-4 पर आकर पारी को थामते हैं, संभालते हैं और खत्म करते हैं।
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