Sarfaraz Khan: इंडियन क्रिकेट टीम के प्रतिभाशाली मिडिल आर्डर बल्लेबाज सरफराज खान इन दिनों टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। लंबे समय से अपने घरेलू प्रदर्शन से चर्चा में रहने वाले इस खिलाड़ी को हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 के पहले टेस्ट सीरीज के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया है।
इससे पहले भी उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट टीम में तो जगह मिली थी, लेकिन एक भी मैच खेलने का मौका नहीं दिया गया। वहीं अगर बात करें सरफराज के घरेलू क्रिकेट करियर की, तो उनका रिकॉर्ड बेहद प्रभावशाली रहा है।
सरफ़राज़ ने रणजी में ठोका तिहरा शतक
दरअसल, उन्होंने कई बार अकेले के दम पर अपनी टीम को जीत दिलाई है। जनवरी 2020 में खेली गई रणजी ट्रॉफी की एक ऐतिहासिक पारी को कौन ही भूल सकता है, जब सरफराज ने उत्तर प्रदेश के खिलाफ 301 रनों की शानदार पारी खेली थी। मुंबई की ओर से खेलते हुए उन्होंने महज 391 गेंदों में यह तिहरा शतक जड़ा था।
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उनकी इस पारी में 30 चौके और 8 छक्के शामिल थे। याद दिला दे यह मैच वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया था, जिसमें उत्तर प्रदेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 625 रन बनाए थे। इसके जवाब में मुंबई की टीम ने 688 रन बनाकर मैच ड्रॉ करा दिया। इस हाई स्कोरिंग मुकाबले में सरफराज की पारी ने उन्हें देशभर में सुर्खियों में ला दिया था।
किस्मत ने नहीं दिया साथ
साथ ही बता दे सरफराज खान ने अब तक केवल टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया है। उन्होंने 6 टेस्ट मैचों की 11 पारियों में 37.10 की औसत से 371 रन बनाए हैं। उनके खाते में अब तक 1 शतक और 3 अर्धशतक दर्ज हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर वही न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई 150 रनों की पारी है।
लेकिन बाकी पारियों में फ्लॉप रहे। इस प्रदर्शन के बाद चयनकर्ताओं ने उन्हें अगली टेस्ट सीरीज से बाहर कर दिया और अब तक उनकी वापसी की कोई खबर नहीं है। बीसीसीआई ने उन्हें टीम से बाहर करने का कोई आधिकारिक कारण भी नहीं बताया है।
फिर भी सरफराज खान टीम से बाहर
सरफराज का टीम से बाहर रहना क्रिकेट फैंस के लिए एक रहस्य बना हुआ है। एक ओर जहां उनके घरेलू प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें लगातार मौके मिलने चाहिए थे, वहीं दूसरी ओर उन्हें टीम से बाहर किया जाना उनके करियर के लिए झटका साबित हो रहा है। उनकी तकनीक और फिटनेस पर पहले भी सवाल उठते रहे हैं, लेकिन रणजी और इंडिया ए में उनका प्रदर्शन इन सभी आशंकाओं को पीछे छोड़ता नजर आता है।
लम्बी रेस का घोडा है सरफ़राज़
सरफराज जैसे प्रतिभाशाली बल्लेबाज का लंबे समय तक टीम से बाहर रहना भारतीय क्रिकेट के लिए चिंता का विषय हो सकता है। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में अपनी काबिलियत साबित की है और मौका मिलने पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी खुद को साबित कर सकते हैं।
जरूरत सिर्फ उन्हें लगातार मौके देने और विश्वास दिखाने की है। उम्मीद है कि सिलेक्टर्स भविष्य में सरफराज खान को एक बार फिर मौका देंगे, जिससे वह अपनी बल्लेबाजी से भारतीय टीम की मिडिल ऑर्डर की मजबूती बढ़ा सकें।
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