क्रिकेट में खिलाड़ियों को कई तरह की चोटें लग सकती हैं, क्योंकि इसमें दौड़ना, कूदना, गेंद फेंकना और बल्लेबाज़ी जैसे ज़ोरदार शारीरिक गतिविधियां शामिल होती हैं। ये चोटें हल्की मोच से लेकर गंभीर फ्रैक्चर तक हो सकती हैं। लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट जगत से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे जानकर आपकी रूह कांप उठेगी। दरअसल पाकिस्तान(Pakistan) के एक क्रिकेटर के साथ दर्दनाक घटना घटी है। इस पूर्व क्रिकेटर के दोनों पैर काटने पड़े हैं। चलिए जानते हैं क्या है मामला।
किस खिलाड़ी का कटा पैर
पाकिस्तान (Pakistan)के पूर्व फर्स्ट क्लास क्रिकेटर और कोच मोहिंदर कुमार को डायबिटिक फुट इन्फेक्शन (Diabetic Foot Infection) के कारण अपने दोनों पैर गंवाने पड़े हैं। यह खबर हाल ही में सामने आई है, जिसने क्रिकेट जगत को दुखी कर दिया है। मोहिंदर कुमार ने पाकिस्तान (Pakistan)के लिए फर्स्ट क्लास और ‘लिस्ट ए’ क्रिकेट खेला है।
उन्होंने 1976 से 1994 तक घरेलू क्रिकेट खेला और एक तेज गेंदबाज के रूप में अपनी पहचान बनाई। हालांकि, वह कभी भी पाकिस्तान (Pakistan)की राष्ट्रीय टीम का हिस्सा नहीं बन पाए। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने कोचिंग भी की और कई युवा क्रिकेटरों को प्रशिक्षित किया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें लंबे समय से डायबिटीज थी और उनके पैरों में इन्फेक्शन इतना बढ़ गया था कि उनकी जान बचाने के लिए डॉक्टरों के पास उनके पैर काटने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा था।
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मोहिंदर कुमार का क्रिकेटर करियर
पाकिस्तानी (Pakistan)क्रिकेटर मोहिंदर कुमार का क्रिकेट करियर काफी लंबा और प्रभावशाली रहा है, खासकर घरेलू क्रिकेट में। हालांकि, वह कभी पाकिस्तान (Pakistan)की राष्ट्रीय टीम का हिस्सा नहीं बन पाए। मोहिंदर कुमार ने 1976 से 1994 तक पाकिस्तान (Pakistan)के लिए घरेलू क्रिकेट खेला। वह कराची और हाउस बिल्डिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन सहित कई टीमों के लिए खेले। उन्होंने कुल 65 फर्स्ट क्लास मैच खेले। एक तेज गेंदबाज के रूप में, उन्होंने 187 विकेट चटकाए, जो 26.41 की औसत से थे। उन्होंने 10 बार पारी में 5 या उससे अधिक विकेट लेने का कारनामा किया और 4 बार उन्होंने मैच में 10 विकेट भी चटकाए।
उन्होंने 53 लिस्ट ए मैच खेले। इन मैचों में उन्होंने 64 विकेट लिए। वह एक कुशल तेज गेंदबाज के रूप में जाने जाते थे, जिनकी गेंदों में गति और स्विंग दोनों होती थी। नके शानदार घरेलू प्रदर्शन के बावजूद, उन्हें कभी पाकिस्तान की राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं मिली। कुछ रिपोर्टों में यह भी माना जाता है कि उनका हिंदू होना भी उनकी अनदेखी का एक कारण रहा हो सकता है।
मोहिंदर कुमार का कोचिंग करियर
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, मोहिंदर कुमार ने कोचिंग में अपना करियर बनाया। उन्होंने कई युवा क्रिकेटरों को प्रशिक्षित किया, जिनमें दानिश कनेरिया, मोहम्मद सामी, तनवीर अहमद और सोहैल खान जैसे खिलाड़ी शामिल हैं, जिन्होंने बाद में पाकिस्तान(Pakistan) के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला।
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