Suresh Raina: बीते कुछ समय से दिल्ली गैस चैंबर बन चुका है। दिल्ली एनसीआर के इलाकों में लिमिट से ज्यादा प्रदूषण हो रहा है। प्रदूषण की वजह से सांस लेना भी दूभर हो गया है। सांस की समस्या से परेशान लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। इन सब चीजों की वजह से हर कोई परेशान है और भारत के पूर्व स्टार क्रिकेटर सुरेश रैना (Suresh Raina) ने भी इसको लेकर हाल ही में काफी बड़ी बात कही है।
Suresh Raina ने कही यह बात

अपनी बल्लेबाजी और घूमती गेंदों से इंडियन क्रिकेट टीम को कई मैचों में जीत दिलाने वाले सुरेश रैना ने दिल्ली की पॉल्यूशन को लेकर काफी बड़ी बात कही है। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि,” दिल्ली में यह ज़िंदगी और मौत की इमरजेंसी है, हमें इसका सॉल्यूशन निकालना होगा। मैं कहीं भी जा सकता हूँ लेकिन क्या दूसरे जा सकते हैं? मैं अपने बेटे, बेटी के साथ कुछ नहीं कर सकता। न बाहर खेल सकता हूँ और न ही अंदर। हमारे पास इसका सॉल्यूशन कब होगा?”
Indian cricketer Suresh Raina on Pollution
It’s a life and death emergency in Delhi, we need to work on a solution. I can go anywhere but can others? I cannot do anything with my son, daughter. Cannot play outdoors or indoor. When will we have a solution?— Abhishek Tripathi / अभिषेक त्रिपाठी (@abhishereporter) November 25, 2025
हजार के पार जा चुका AQI
दिल्ली की हवा इतनी जाती दूषित हो गई है कि लोगों का घर से निकलना भी मुश्किल हो गया है। थोड़े समय बाहर रहना भी गंभीर तरह से बीमार कर सकता है।
बीते कुछ समय दिल्ली में कई जगहों पर AQI 1000 से पार रहा और इसमें सिर्फ सरकार की गलती नहीं बल्कि वहां के लोगों की भी गलती है, क्योंकि लोगों ने दिवाली पर इस बार जमकर पटाखे जलाए। इन पटाखों की वजह से यह हवा इतनी जहरीली हुई है। लेकिन अब सरकार कम से कम कुछ ठोस कदम उठाकर और इन चीजों को गंभीरता से लेकर इसका निवारण करें तो बात बन सकती है।
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सरकार और लोगों को उठाने पड़ेंगे कई बड़े कदम
अगर दिल्ली की जनता और प्रदूषण से परेशान लोग इससे निजात पाना चाहते हैं तो उन्हें इसके लिए काफी कदम उठाने पड़ेंगे। परिवहन के तरीके में बदलाव लाने से काफी बड़ा चेंज आ सकता है। वाहन, वायु प्रदूषण के सबसे बड़े कारणों में से एक हैं। अगर हम अपनी यात्रा के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें तो चीजें थोड़ी बेहतर होने के आसार हैं। इससे सड़कों पर कारों की संख्या कम होगी, जिससे सीधे तोर पर NOx और CO कम होगा।
या अगर आप उसमें बेहतर नहीं महसूस करते तो आपको वाहन की सर्विसिंग समय पर करानी चाहिए, ताकि आपकी गाड़ी अच्छी स्थिति में रहे। इससे वो कम ईंधन खाएगी और कम धुआं छोड़ेगी। इसके अलावा आप खुले में चीजें जलाने से भी बचें। इससे जहरीला धुआं और पार्टिकुलेट मैटर (PM2.5) सीधे हवा में घुल जाते, जो काफी नुक्सान करते हैं।
FAQs
सुरेश रैना ने भारत के लिए कितने रन बनाए हैं?
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