रविन्द्र जडेजा (Ravindra Jadeja): रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) और रविन्द्र जडेजा (Ravindra Jadeja) की जोड़ी ने टीम इंडिया (Team India) को न सिर्फ टेस्ट क्रिकेट में बल्कि वनडे और टी 20 क्रिकेट में भी बहुत से मैच जिताने में मदद की है।
दोनों ने न सिर्फ अपनी गेंदबाजी से बल्कि अपनी बल्लेबाजी से महत्वपूर्ण रन बनाकर टीम इंडिया को में बार संकट से बचाया है। टीम इंडिया की पिछले कई सालों से तीनों फॉर्मेट में चली आ रही बादशाहत का कारण इन दोनों।की जोड़ी भी है। लेकिन अब बढ़ती उम्र के कारण ये दोनों खिलाफ भी धीरे धीरे क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं।
जडेजा टी20 क्रिकेट से ले चुके हैं संन्यास
जडेजा ने टी 20 क्रिकेट तो इसी साल छोड़ दिया है और जल्द ही बाकी सभी फॉर्मेट को भी छोड़ सकते है, इसलिए बीसीसीआई को इनके विकल्प के रूप में खिलाफ चाहिए। जिसके लिए बीसीसीआई ने अभी से ही उनकी रिप्लेसमेंट ढूंढनी शुरू कर दी है और बहुत से स्पिन गेंदबाजी ऑल राउंडर भी टीम इंडिया में खेल रहे है जिसकी वजह से इन दोनों की अब व्हाइट बॉल में वापसी होना मुश्किल दिख सकती है।
आपको बता दें, कि वॉशिंगटन सुंदर, रियान पराग, अभिषेक शर्मा और अक्षर पटेल को टीम में मौका दिया जा सकता है। ये खिलाडी वहां पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे है जिसकी वजह से उन्हें टीम में मौका दिया जा सकता है। अक्षर पटेल पिछले काफी समय से टीम इंडिया में रविन्द्र जडेजा के बैकअप के रूप में खेल रहे थे लेकिन अब रविन्द्र जडेजा की जगह पर अक्षर पटेल को मौका दिया जा सकता है।
अश्विन-जडेजा की जोड़ी की जगह युवाओं को मिल सकता हैं मौका
वनडे और टी 20 फॉर्मेट में अश्विन और जडेजा का खेल थोड़ा फीका हुआ है। जिसकी वजह से टीम मैनेजमेंट उनकी जगह पर नए स्पिन ऑल राउंडर को मौका दिया जा सकता है। ताकि भविष्य में उनकी कमी महसूस न हो। व्हाइट बॉल फॉर्मेट में स्पिन गेंदबाजी ऑल राउंडर की अहमियत बहुत ज्यादा रहती है, जिसकी वजह से ऑल राउंडर को हमेशा प्राथमिकता दी जाती है।
व्हाइट बॉल में जितनी भी टीम चैंपियन बनती है उनके पास 1– 2 ऑल राउंडर बहुत बेहतरीन होते है जिसकी वजह से 11 की टीम में वो और ज्यादा बैलेंस का देते है कि अगर किसी बल्लेबाज या गेंदबाज का दिन खराब हो जाए तो वो उसे संभाल सकते हैं।