टीम इंडिया (Team India): भारत और बांग्लादेश (IND vs BAN) के बीच पहला टेस्ट मैच चेन्नई में खेला गया और इस मुकाबले में टीम इंडिया (Team India) ने जीत दर्ज कर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है. हालाँकि, टीम की जीत की ये ख़ुशी अधिक देर तक नहीं टिक सकी.
बता दें कि भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ एक बड़ी जीत दर्ज की लेकिन सभी खिलाड़ी इसका जश्न नहीं मना सके क्योंकि टीम इंडिया के एक दिग्गज की माँ का निधन हो गया है और उनका जश्न मातम में डूब गया है.
इस दिग्गज की माँ का हुआ निधन
दरअसल, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ल (Rajeev Shukla) की माँ निधन हो चुका है और इसी वजह से पूरा BCCI गम में डूबा हुआ है. ऐसे में कोई भी खिलाड़ी इस जीत का जश्न नहीं मना पाया और वे सभी गम में डूब गए हैं.
कई पूर्व दिग्गज खिलाड़ी ने भी इस पर अपना शोक जता चुके हैं. बता दें कि राजीव शुक्ल पिछले कई सालों से बोर्ड के साथ जुड़े हुए हैं और उनके इस दुःख में सभी प्लेयर्स भी शोक में डूबे हुए हैं.
हरभजन सिंह ने जताया शोक
बता दें कि राजीव शुक्ल की माँ के निधन पर टीम इंडिया (Team India) के पूर्व दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने इस पर शोक जताया है. उन्होंने इसके लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स का सहारा लिया और उनके प्रति संवेदना व्यक्त की.
हरभजन ने लिखा, “श्री राजीव शुक्ला जी की माता श्रीमती शांति देवी शुक्ला जी के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ. मैं वाहेगुरु से प्रार्थना करता हूँ कि उनकी पवित्र आत्मा को शांति प्रदान करें. श्री राजीव शुक्ला जी और उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएँ.”
श्री राजीव शुक्ला जी की माता श्रीमती शांति देवी शुक्ला जी के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। मैं वाहेगुरु से प्रार्थना करता हूँ कि उनकी पवित्र आत्मा को शांति प्रदान करें। श्री राजीव शुक्ला जी और उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएँ।@ShuklaRajiv
— Harbhajan Turbanator (@harbhajan_singh) September 22, 2024
2020 में BCCI के उपाध्यक्ष बने थे राजीव शुक्ल
अगर राजीव शुक्ल की बात करें तो उन्होंने अपने जीवन में कई भूमिकाएं निभाई हैं. वे एक पत्रकार भी रह चुके हैं और राजनीती से भी उनका खास नाता रहा है। इसी कड़ी में वे 2015 में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के सर्वसम्मति से अध्यक्ष बने थे.
इसके बाद 2020 में शुक्ल को BCCI के उपाध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुन लिया गया और उसके बाद से ही वे इस पद पर बने हुए हैं. हालाँकि, अब उनके ऊपर एक बड़ा संकट आया है और उनकी माता का निधन हो गया है.