Ranji Trophy: भारत में हर दूसरे बच्चे का सपना होता है कि वह बड़ा होकर प्रोफेसनल लेवल पर क्रिकेट खेले और इंडियन टीम को रिप्रेसेंट करे। उन बच्चों में से कई बच्चों का सपना होता है कि वह टेस्ट क्रिकेट खेलें। चूंकि टेस्ट क्रिकेट क्रिकेट के तमाम प्रारूपों में से सबसे ज्यादा बेहतर माना जाता है।
ऐसे में अगर कोई खिलाड़ी भारत के लिए 100 टेस्ट खेल ले, तो उसे ऑल टाइम ग्रेट्स की सूची में गिनना शुरू कर दिया जाता है और उन्हीं सब खिलाड़ियों में से ने रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में 353 रन की पारी खेलकर इतिहास बना दिया है। तो आइए उस बल्लेबाज के बारे में जानते हैं, जिसने 758 मिनट में 353 रन बनाए हैं।
इस बल्लेबाज ने बनाए हैं 353 रन
दरअसल, हम जिस बल्लेबाज के बारे में बात कर रहे हैं वह कोई और नहीं बल्कि भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) हैं, जिनके नाम भारत की ओर से 134 टेस्ट मैच खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है। भारत के लिए 134 टेस्ट मैच खेलने वाले वीवीएस लक्ष्मण ने साल 2000 रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में हैदराबाद की ओर से खेलते हुए 560 गेंदों में 353 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 52 चौकों के साथ ही साथ 2 गगनचुम्बी छक्के भी जड़े थे। यह पारी उनके फर्स्ट क्लास करियर की सबसे बड़ी पारी है।
मैसूर के खिलाफ वीवीएस लक्ष्मण ने दिखाया था दम
267 फर्स्ट क्लास मैच खेले वाले पूर्व भारतीय दिग्गज वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) ने रणजी ट्रॉफी 2000 (Ranji Trophy 2000) में हैदराबाद की ओर से खेलते हुए मैसूर के खिलाफ काफी शानदार बल्लेबाजी की थी। उन्होंने 63.03 की स्ट्राइक रेट के साथ 560 गेंदों में 353 रन बनाए थे। उनकी दमदार पारी की बदौलत हैदराबाद ने पहली पारी में 711/8 रन बनाए थे।
कुछ ऐसा है मैच का हाल
हैदराबाद और मैसूर के बीच हुए मुकाबले में मैसूर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था और उनका यह फैसला उनके लिए काफी गलत साबित हुआ। चूंकि वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) की दमदार पारी की बदौलत हैदराबाद ने पहली पारी में 711/8 रन बना दिए। हालांकि हैदरबाद ने इसके बाद पारी को घोषित कर दिया और मैसूर की टीम ने पहली पारी में 557 रन बनाए। इसके बाद दूसरी पारी में हैदराबाद ने 236/6 रन बनाए और खेल समाप्त होने की वजह से मैच ड्रा पर खत्म हुआ।