South Africa 30 All Out: दक्षिण अफ्रीका का क्रिकेट जगत में पुराना इतिहास है। दक्षिण अफ्रीका ने अपना पहला इंटरनेशनल मैच 1888/89 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था और टेस्ट खेलने वाली उस समय इतिहास की तीसरी टीम बनने में सफलता हासिल की थी।
शुरुआत में ये टीम काफी कमजोर थी, इसी का फायदा इंग्लैंड ने पहली कुछ सीरीज में उठाया और दक्षिण अफ्रीका (South Africa) को लगातार चार टेस्ट सीरीज में मात दी। इस दौरान एक मैच ऐसा भी रहा, जब दक्षिण अफ्रीका को शर्मिंदगी का शिकार होना पड़ा।
1895/96 में South Africa का इंग्लैंड के खिलाफ हुआ था बुरा हाल
दक्षिण अफ्रीका (South Africa) ने 1895/96 में इंग्लैंड की मेजबानी की थी और इस दौरान दोनों के बीच 3 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई थी। जैसा हमने ऊपर बताया कि इंग्लैंड पहली चार टेस्ट सीरीज में विजेता रहा, उसमें यह सीरीज भी शामिल थी। दोनों के बीच तब यह तीसरी टेस्ट सीरीज थी।
इसी सीरीज के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका का बहुत ही बुरा हाल हुआ और उसने तब टेस्ट इतिहास में सबसे कम टोटल का शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। हालांकि, बाद में यह रिकॉर्ड टूट गया लेकिन यह आज भी दक्षिण अफ्रीका का टेस्ट में संयुक्त रूप से सबसे छोटा टोटल है। चलिए आपको बताते हैं आगे कि यह कैसा हुआ और मुकाबले का हाल क्या रहा।
319 के टारगेट का पीछा करते हुए सिर्फ 30 पर ढेर हो गई दक्षिण अफ्रीका की टीम
दरअसल, दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड (South Africa vs England) के बीच 1896 में जीकेबरहा में 3 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच खेला गया। इस मैच में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी की और सिर्फ 185 रन बनाए। लगा कि यह तो काफी छोटा स्कोर है लेकिन दक्षिण अफ्रीका इसके जवाब में सिर्फ 93 रन ही बना पाई। इंग्लैंड को 92 रनों की अहम बढ़त हासिल हुई और उसने दूसरी पारी में 226 रन बनाकर जीत के लिए 319 का टारगेट सेट कर दिया।
319 का टारगेट तो किसी भी लिहाज से आसान नहीं था लेकिन जो हुआ उसकी उम्मीद तो शायद इंग्लैंड ने भी नहीं की होगी। लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी ढह गई और एक के बाद एक बल्लेबाजों के आउट होने का सिलसिला शुरू हो गया। देखते ही देखते 18.4 ओवर में सिर्फ 30 रन बनाकर दक्षिण अफ्रीका ऑल आउट (South Africa 30 All Out) हो गई। इस तरह मुकाबले में उसे 288 रनों की करारी हार झेलनी पड़ी।
जॉर्ज लोहमैन के आगे South Africa के बल्लेबाज नजर आए बेबस
दक्षिण अफ्रीका को महज 30 पर ढेर करने का श्रेय इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जॉर्ज लोहमैन को जाता है। लोहमैन ने अपनी कहर बरपाती गेंदबाजी से दक्षिण अफ्रीका के 8 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। यही कारण रहा कि प्रोटियाज की पारी लड़खड़ा गई और महज एक बल्लेबाज दो अंक के स्कोर तक पहुंच पाया और बाकी बल्लेबाज सिंगल डिजिट स्कोर ही बना सके। लोहमैन ने 9.4 ओवर में सिर्फ 7 रन देकर 8 विकेट झटके।
जॉर्ज लोहमैन का कहर दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी में भी देखने को मिला था। तब उन्होंने 15.4 ओवर में 38 रन देकर 7 बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया था। इस तरह उन्होंने दोनों पारियों के विकेटों को मिलाकर कुल 15 शिकार अपने नाम किए।
टेस्ट में सबसे कम टॉप 5 टोटल बनाने के मामले में 3 बार दक्षिण अफ्रीका का नाम
दक्षिण अफ्रीका को जीकेबरहा में ढेर करने के बाद, इंग्लैंड ने 1924 में फिर से ऐसा किया था। हालांकि, इस बार दक्षिण अफ्रीका को 30 पर ढेर करने का कारनामा इंग्लैंड ने बर्मिंघम में किया। इस तरह दक्षिण अफ्रीका के नाम 2 बार 30 के टोटल पर ऑल आउट होने का दाग लग गया।
हालांकि, टेस्ट में उसके सबसे कम टोटल का शर्मनाक रिकॉर्ड न्यूजीलैंड ने 1955 में तोड़ा, जब वह 26 रन पर इंग्लैंड के खिलाफ ऑल आउट हो गई थी। वहीं, 2025 में ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज को 25 के स्कोर पर ऑल आउट कर दिया था।
टेस्ट में सबसे कम टॉप 5 स्कोर बनाने के मामले में पांचवें स्थान पर भी दक्षिण अफ्रीका का नाम है। 1899 में इंग्लैंड के खिलाफ केप टाउन में 35 रन बनाकर सिमट गई थी।
टेस्ट इतिहास के 5 सबसे छोटे टोटल
क्रम | टीम | रन | विरोधी | वेन्यू |
1 | न्यूजीलैंड | 26 | इंग्लैंड | ऑकलैंड |
2 | वेस्टइंडीज | 27 | ऑस्ट्रेलिया | किंग्स्टन |
3 | दक्षिण अफ्रीका | 30 | इंग्लैंड | जीकेबरहा |
4 | दक्षिण अफ्रीका | 30 | इंग्लैंड | बर्मिंघम |
5 | दक्षिण अफ्रीका | 35 | इंग्लैंड | केप टाउन |