200 रूपये दिन की दिहाड़ी-मजदूरी करने वाले के बेटे की खुली किस्मत, अगरकर ने जिम्बाब्वे दौरे के लिए टीम इंडिया में चुना 1

Zimbabweऐसा कहा जाता है कि जीवन का चक्र हमेशा चलता रहता है और इसमें कब बदलाव आ जाए कुछ नहीं कहा जा सकता है. अब ऐसा ही कुछ भारत के युवा खिलाड़ी के साथ हुआ है, जिसे टीम इंडिया (Team India) में जिम्बाब्वे दौरे पर मौका दिया गया है. क्रिकेट ने इस खिलाड़ी की गरीबी को भी दूर कर दिया है और उसकी किस्मत भी चमक गई है.

बता दें कि इस युवा खिलाड़ी के पिता ने बहुत गरीबी देखी है और 200 रुपए में मजदूरी किया करते थे. हालाँकि, अब उनकी किस्मत ने करवट ले ली है और युवा खिलाड़ी को मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने टीम में जगह दी है.

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जिम्बाब्वे दौरे पर इस खिलाड़ी को मिला मौका

बता दें जिम्बाब्वे दौरे पर युवा बल्लेबाज रिंकू सिंह (Rinku Singh) को टीम में जगह दी गई है. उनके पिता इससे पहले मजदूरी किया करते थे और अब रिंकू के क्रिकेट खेलने की वजह से उनकी गरीबी दूर हो गई है. सिंह पिछले कुछ समय से लगातार बल्ले से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और टीम इंडिया के साथ जुड़े हुए हैं.

भारत को जुलाई में जिम्बाब्वे का दौरा करना है और इस दौरे के लिए रिंकू को टीम में जगह दी गई है. इस खिलाड़ी ने आईपीएल में और घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और उसके बाद उन्हें टीम इंडिया में एंट्री मिली है.

रिंकू के पिता करते थे मजदूरी

200 रूपये दिन की दिहाड़ी-मजदूरी करने वाले के बेटे की खुली किस्मत, अगरकर ने जिम्बाब्वे दौरे के लिए टीम इंडिया में चुना 2

बता दें कि रिंकू एक गरीब परिवार से आते हैं, जहाँ पर उनके पास रहने के लिए ठीक से घर भी नहीं था लेकिन अपनी मेहनत और  लगन के साथ आईपीएल में अपनी जगह बनाई. उन्हें कोलकाता ने अपनी टीम का हिस्सा बनाया और इसके बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा है.

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रिंकू के पिता गैस सिलेंडर के वितरण का काम किया करते थे, जिसके लिए उन्हें रोजाना 200 रुपए मिलते थे और इससे घर चलाना भी आसान नहीं होता था. हालाँकि, जब रिंकू ने शानदार खेल दिखाया तो उनकी सारी गरीबी दूर हो गई.

टी-20 वर्ल्ड कप की टीम में नहीं मिली जगह

रिंकू ने टीम इंडिया के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन इसके बावजूद वे विश्व कप की टीम में अपनी जगह बनाने में नाकाम रहे. उन्होंने भारत के लिए 15 टी-20 मैच खेले जिसमें 176 से अधिक की स्ट्राइक रेट के साथ 356 रन बनाए लेकिन इस दमदार प्रदर्शन के बाद भी उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया.

हालाँकि, अब सिंह जिम्बाब्वे दौरे पर एक बार फिर से खेलते हुए नजर आयेंगे. यहाँ पर वे अच्छा खेल दिखाना चाहेंगे और चयनकर्ताओं को गलत साबित करना चाहेंगे.

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