Virat Kohli: मौजूदा समय में भारतीय टेस्ट टीम को लीड करने की जिम्मेदारी रोहित शर्मा संभाल रहे हैं। रोहित की अगुवाई में भारतीय टीम का प्रदर्शन उम्मीद से ज्यादा खराब रहा है और खबरें आ रही हैं कि वह टीम से बाहर हो सकते हैं। कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो विराट कोहली (Virat Kohli) रोहित के बाद कप्तान बनने के इच्छुक हैं और उन्होंने कप्तानी की मांग की है। लेकिन अगर वह कप्तान बनाए जाते हैं तो यह बीसीसीआई की काफी बड़ी भूल हो सकती है।
इन 3 वजहों से नहीं बनाना चाहिए कप्तान
उम्र
मालूम हो कि विराट कोहली (Virat Kohli) की उम्र 36 साल है और अगर वह अब वापस से इंडियन टेस्ट टीम के कप्तान बनते हैं। तो युवा खिलाड़ियों को बतौर कप्तान उभरने का मौका नहीं मिल सकेगा। ऐसे में वापस जब विराट टेस्ट को अलविदा कहेंगे इंडियन टेस्ट टीम का डाउनफॉल शुरू हो जाएगा। इस वजह से उन्हें वापस से टेस्ट टीम का कप्तान नहीं बनाया जाना चाहिए।
खराब फॉर्म
विराट कोहली (Virat Kohli) को कप्तान क्यों नहीं बनाया जाना चाहिए का दूसरा सबसे बड़ा कारण उनकी खुद की खराब फॉर्म है। अक्सर आपने यह बात सुनी होगी कि कप्तान सबसे आगे होता है। लेकिन अगर विराट कप्तान बनेंगे तो वह सबसे पीछे रहेंगे। साल 2019 के बाद से ही टेस्ट में उनका फॉर्म काफी खराब है। तब से अब तक वह केवल 3 शतक लगा सकें हैं। ऐसे में खराब फॉर्म के साथ वह कप्तानी करेंगे तो टीम के प्रदर्शन में लगातार गिरावट देखने को मिलते रहेगी, जिस तरह अभी रोहित की कप्तानी में हो रहा है।
हेड कोच के साथ खराब रिश्ते
बता दें कि विराट कोहली (Virat Kohli) और मौजूदा हेड कोच गौतम गंभीर के बीच पास्ट में कुछ खास रिश्ते नहीं रहे हैं। दोनों खिलाड़ियों में कई बार बहस और मतभेद देखने को मिला है। ऐसे में अब अगर उन्हें कप्तान बनाया जाता है तो किसी न किसी निर्णय को लेकर दोनों के बीच विवाद हो सकता है। इससे टीम का वातावरण खराब हो सकता है। साथ ही साथ खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर भी असर पड़ सकता है। इस वजह से उन्हें वापस से कप्तान नहीं बनाया जाना चाहिए।