चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy): ‘ऊंची दुकान फीके पकवान’ ये कहावत गौतम गंभीर के लिए बिल्कुल फिट बैठती है। वो जब एक्सपर्ट के रूप में काम कर रहे थे तो उनकी सोच बहुत आगे थी और उनके हिसाब से सभी कोच गलत कर रहे है और जैसे ये खिलाड़ी है उस हिसाब से टीम इंडिया को एक भी मैच नहीं हारना चाहिए लेकिन उनके कोच बनते ही सारी हकीकत से सामना हो गया है।
गौतम गंभीर जब टीम इंडिया के कोच बनकर आए थे तब लग रहा था वो टीम इंडिया को ट्रॉफी विनिंग मशीन बना देंगे और टीम हर जगह सिर्फ जीत दर्ज करेगी, लेकिन उनके आते ही टीम इंडिया को बाहर तो छोड़ ही दीजिए अपने घर में भी मैच जीतना भूल गई है।
गंभीर के साथ सपोर्ट स्टाफ में 6 कोच और टेस्ट मैच में जीत मिली सिर्फ 3
गौतम गंभीर अपनी मर्जी का सपोर्ट स्टाफ भी लेकर आए थे और उसमें कोचों की भरमार थी लेकिन उनके पास सपोर्ट स्टाफ में जितने कोच है अभी तक 6 महीनों में टीम इंडिया टेस्ट में उतने मैच नहीं जीत पाई है। गौतम गंभीर के सपोर्ट स्टाफ में गंभीर को मिलाकर 6 और कोच है और टीम इंडिया अभी तक सिर्फ 3 टेस्ट मैच ही जीत पाई है।
वो जब से टीम इंडिया के कोच बने है तब से ही लगातार ड्रेसिंग रूम की बातें हो या फिर बीसीसीआई की मीटिंग की बातें बार बार लीक हो रही है। चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम का ऐलान हो गया है लेकिन अब एक बार फिर से कप्तान कोच और सेलेक्टर के बीच सहमति नहीं थी।
उपकप्तान बनाने में था दोनों की सोच में अंतर
चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) के लिए शुभमन गिल को उपकप्तान बनाया गया है जबकि मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो गौतम गंभीर हार्दिक पांड्या को शुभमन गिल की जगह पर उपकप्तान बनाना चाहते थे।
इसके पीछे उनका क्या तर्क था ये अभी बाहर नहीं आया है लेकिन उनका मानना भी सही है कि जिस फॉर्म में यशस्वी जायसवाल चल रहे है उनकी कैसे भी करके टीम इंडिया में जगह बनाई जाए लेकिन गिल के उपकप्तान होने की वजह से अब वो सारे मैच खेलेंगे।
जबकि हार्दिक अगर कप्तान होते तो वो प्लेइंग इलेवन की ऑटोमैटिक चॉइस है और उनको लीडरशिप का अनुभव भी है। हालांकि रोहित और आगरकर गिल को उपकप्तान के रूप में देखना चाहते थे इसलिए उन्हें उपकप्तान बनाया गया है।
संजू को Champions Trophy की टीम में चाहते थे गंभीर
यही नहीं गौतम गंभीर टीम में संजू सैमसन को विकेटकीपर के रूप में चाहते थे लेकिन रोहित और आगरकर ऋषभ पंत को टीम में चाहते थे। ऋषभ का वनडे में बहुत अच्छा रिकॉर्ड नहीं है। पिछले कुछ समय में उन्होंने अपने प्रदर्शन में काफी सुधार लाया है जो कि उनके खेल में देखने को भी मिल रहा है।
यही वजह है कि उन्हें टीम में जगह दी गई है। संजू को टीम में जगह न देने की सबसे बड़ी वजह उनका डोमेस्टिक टीम के लिए प्रैक्टिस कैंप में शामिल नहीं होना था। हालांकि चैंपियंस ट्रॉफी इतनी नजदीक है और इस प्रकार से बातें लीक हो रही है जिसका चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम के खेल पर असर देखने को मिल सकता है।