क्रिकेट की दुनिया में सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड इस समय पाकिस्तानी दिग्गज शोएब अख्तर के नाम दर्ज है। शोएब ने यह रिकॉर्ड आज से करीब 21-22 साल पहले बनाया था। मगर उनका यह रिकॉर्ड आज भी कायम है, क्योंकि हर देश में कोई न कोई युवा तेज गेंदबाज पैदा होता है।
लेकिन अपना करियर बनाने से पहले ही करियर खत्म कर बैठता है। आज के अपने इस आर्टिकल के जरिए हम आपको दो ऐसे ही तेज गेंदबाजों को बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें दूसरा शोएब अख्तर माना जा रहा था। मगर अब वह गली क्रिकेट खेलने लायक भी नहीं बचे हैं।
इन दो खिलाड़ियों को माना जा रहा था दूसरा शोएब अख्तर
दरअसल, जिन दो खिलाड़ियों को दूसरा शोएब अख्तर माना जा रहा था वह कोई और नहीं बल्कि भारत के युवा तेज उमरान मलिक और मयंक यादव हैं। उमरान और मयंक दो ऐसे तेज गेंदबाज हैं, जो कि कंसिस्टेंट 150 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गेंद फेंकने की काबिलियत रखते हैं। लेकिन आज के समय वह गली क्रिकेट खेलने लायक भी नहीं बचे हैं।
गली क्रिकेट खेलने लायक भी नहीं बचे हैं ये दोनों खिलाड़ी
बता दें कि यह दोनों खिलाड़ी साल के 365 दिन में से 300 दिन चोटिल ही रहते हैं। इस वजह से इन्हें अब गली क्रिकेट खेलने लायक भी नहीं समझा जा रहा है। मयंक यादव जिन्होंने आईपीएल 2024 में अपनी गेंदों से कोहराम मचा दिया था। वह बांग्लादेश टी20 सीरीज के बाद से ही चोटिल चल रहे हैं और आईपीएल 2025 में भी इंजरी की वजह से खेलते दिखाई नहीं दे सकेंगे। इसके अलावा उमरान मलिक भी चोटिल ही हैं और उनका भी आईपीएल 2025 में खेलते दिखाई देना नामुमकिन लग रहा है।
कुछ ऐसा है दोनों का क्रिकेट करियर
25 वर्षीय उमरान मलिक ने अब तक भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 18 मैच खेले हैं और इस दौरान उन्होंने 24 विकेट चटकाए हैं। वहीं 22 वर्षीय मयंक यादव के नाम 3 टी20 मैचों में 4 विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है। अगर उमरान के ओवरऑल विकटों की बात करें तो अब तक अपने प्रोफेसनल करियर में उन्होंने 96 विकेट लिए हैं। उन्होंने यह विकेट 80 मैचों में लिए हैं। मयंक ने अभी अब तक सिर्फ 59 विकेट ही लिए हैं। उन्होंने यह कारनामा 25 मैचों में किया है।