Indian Batsmen: क्रिकेट सबसे कठिन खेलों में से है क्योंकि इस गेम में पिच और कंडीशन का बहुत फर्क पड़ता है। जबकि बाकी खेलों में इसका इतना महत्व नहीं है। क्रिकेट में हल्का सा भी मौसम बदलता है तो गेम अचानक से बदल जाता है। कभी बल्लेबाजों के हक में रहना वाला खेल गेंदबाजों के लिए फायदेमंद हो जाता है।
क्रिकेट में पिच से बहुत फर्क पड़ता है। अगर सपाट विकेट है तो फिर बल्लेबाज खूब रन बनाएंगे और गेंदबाजों की शामत आ जाएगी लेकिन अगर सपाट विकेट नहीं है तो फिर बल्लेबाजों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। भारतीय टीम में भी कई ऐसे बल्लेबाज (Indian Batsmen) है जो सपाट पिचों के तो बादशाह है लेकिन जैसे ही पिच में कोई मदद होती है वैसे ही वो पवेलियन लौट जाते है।
विदेशी दौरों पर फ्लॉप होते हैं अभिमन्यु ईश्वरन
दरअसल इस आर्टिकल में हम घरेलू क्रिकेट में सालों से रन बनाने वाले खिलाड़ी अभिमन्यु ईश्वरन की बात कर रहे है। ईश्वरन को लगातार इंडिया ए की टीम में भी जगह दी जाती है लेकिन वो बाहर मुश्किल परिस्थितियों में जागकर सरेंडर कर देते है। अभिमन्यु को इंडिया में जगह भी दी जाती है और उन्हें खिलाने की भी मांग होती है लेकिन उनको बार बार रिजेक्ट कर दिया जाता है।
अभिमन्यु को बॉर्डर गावस्कर और इस बार इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में जगह दी गई है लेकिन प्लेइंग इलेवन में उनको जगह मिलना मुश्किल है। अभिमन्यु को पहले भी कई बार नेट्स में उनकी बल्लेबाजी देखकर टीम में मौका नहीं दिया गया है और इस बार भी जब उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए इंडिया टीम में जगह के साथ इंडिया ए का कप्तान बनाया गया तो उन्होंने पहली पारी में हथियार डाल दिए।
उन्होंने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ भी ऐसे किया था जब वो दो मैचों में एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए थे। वो भारत में रणजी क्रिकेट में तो ढेरों रन बनाए है क्योंकि यहां पर गेंद ज्यादा स्विंग और सीम नहीं होती है लेकिन विदेशों में गेंद स्विंग सीम तो होती है और साथ में गेंदबाज तेज रफ्तार बाउंसर का भी प्रयास करते है जिससे वो अपना विकेट दे बैठते है।
Indian Batsmen यशस्वी भी विदेशी पिचों पर करते हैं संघर्ष
वहीं टीम के उभरते हुए खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल भी इसी श्रेणी में आते है। यशस्वी ने सपाट पिचों या फिर भारत में तो जमकर रन बनाए है लेकिन विदेशों में जहां चैलेंजिंग कंडीशन होती है वहां उनका बल्ला शांत हो जाता है। जायसवाल ने अभी इंग्लैंड का दौरा नहीं किया है लेकिन इंडिया ए के साथ वो इसलिए आए थे ताकि तैयारी कर सकें, लेकिन वो पहली पारी में ही सस्ते में निपट गए जहां पर लगभग सभी बल्लेबाजों ने ढेरों रन बनाए थे।
साउथ अफ्रीका में रन बनाने के लिए कर रहे थे संघर्ष
इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज में यशस्वी का करियर भी दांव पर लग सकता है। क्योंकि अगर वो रन नहीं बनाते है तो उन्हें टीम से ड्रॉप किया जा सकता है। जायसवाल को साउथ अफ्रीका दौरे के लिए टीम में जगह दी गई थी लेकिन वो कुछ खास नहीं कर सकें थे और वहां वो अपना विकेट जल्द गवां दे रहे थे।
यशस्वी साउथ अफ्रीका के खिलाफ दोहरे अंकों तक स्कोर करने में स्ट्रगल कर रहे थे। इंग्लैंड में भी दिनभर गेंद स्विंग करती है और ऐसे में उनके लिए यहां पर रन बनाना काफी मुश्किल होने वाला है।