Border Gavaskar: टीम इंडिया के लिए ये बॉर्डर गावस्कर सीरीज (Border Gvaskar) काफी अहम होने वाली है. जिसके लिए टीम का ऐलान भी हो चुका है और टीम ऑस्ट्रेलिया भी जा चुकी है. लेकिन इस टीम में 2 खिलाडी ऐसे भी हैं जिनको इस सीरीज में नहीं खेलना चाहिए था या फिर वो इस सीरीज के पहले ही संन्यास का ऐलान कर सकते थे. उन्होंने ऐसा नहीं किया जिसकी वजह से अब ऑस्ट्रेलिया में उनके ख़राब प्रदर्शन की वजह से उनकी काफी आलोचना हो सकती है.
रोहित शर्मा की ख़राब फॉर्म बरक़रार
आपको बता दें, ये दो खिलाडी कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के बैकअप ओपनर बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन और टीम के कप्तान रोहित शर्मा हो सकते है. रोहित शर्मा पिछले कुछ समय से ख़राब फॉर्म में चल रहे है और इस घरेलू सीजन में वो कुछ भी ख़ास नहीं कर पाए थे. उन्होंने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 3 मैच की 6 पारी में लगभग 15 की औसत से 91 रन बनाये थे. जिसमें सिर्फ 1 अर्धशतक शामिल था.
इस सीरीज में उनकी कप्तानी भी बहुत ख़राब रही थी जिसकी वजह से टीम इंडिया को न सिर्फ हार का सामना करना पड़ा था बल्कि अपने क्रिकेट के इतिहास में पहली बार क्लीन स्वीप का सामना भी करना पड़ा था. ऑस्ट्रेलिया में भी रोहित शर्मा का रिकॉर्ड अच्छा नहीं है और वो वहां पर भी संघर्ष ही करते है.
रोहित शर्मा इस सीरीज से पहले ही संन्यास का ऐलान कर सकते थे ताकि उनकी जगह किसी नए खिलाड़ी को मौका दिया जा सकता था. रोहित पहले टेस्ट में पारिवारिक कारणों की वजह से टीम का हिस्सा नहीं हो सकते है.
अभिमन्यु को मौका मिलना मुश्किल!
वहीँ टीम में बतौर बैकअप ओपनर शामिल किये गए अभिमन्यु को टीम मैनेजमेंट के द्वारा ही बेइजत्ती का सामना करना पड़ रहा है. उनको ऑस्ट्रेलिया दौरे में रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में ओपन करने के लिए चुना गया था लेकिन ख़बरें आ रही है कि अभिमन्यु को पर्थ टेस्ट में ओपन करने का मौका नहीं मिल सकता है. जबकि उनकी जगह नंबर 6 से लाकर केएल राहुल को ओपन कराया जा सकता है.
मैच प्रैक्टिस के दौरान भी राहुल ने ही ओपन किया था. अभिमन्यु को मौका मिलने से अच्छा था कि वो संन्यास ले सकते थे ताकि उनकी इस प्रकार से बेइजत्ती होने से बच सकती थी.