Duleep Trophy – एशिया कप 2025 के साथ साथ ही दलीप ट्रॉफी 2025 (Duleep Trophy) इस वक्त सुर्खियों में है, लेकिन इस टूर्नामेंट ने कुछ बड़े नामी खिलाड़ियों की खामियां भी उजागर कर दी है। दरअसल, ऐसे खिलाड़ियों से भारतीय टीम मैनेजमेंट और चयन समिति को उम्मीदें थीं, लेकिन वे मैदान पर पूरी तरह फ्लॉप साबित हुए।
खासकर श्रेयस अय्यर, मोहम्मद शमी और अंशुल कंबोज जैसे खिलाड़ी अपने प्रदर्शन से फैंस और सेलेक्टर्स दोनों को पूरी तरह निराश कर गए। ऐसे में शायद यही वजह है कि आगामी वेस्टइंडीज सीरीज (west indies series) में इन खिलाड़ियों को मौका मिलना बेहद मुश्किल नजर आ रहा है।
श्रेयस अय्यर का फेल होना बना चिंता का सबब
आपको बता दे भारतीय टेस्ट टीम में वापसी की उम्मीद लगाए बैठे श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) का प्रदर्शन दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) के सेमीफाइनल में पूरी तरह फीका रहा।
- पहली पारी में वह सिर्फ 25 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
- दूसरी पारी में जब टीम को उनसे एक बड़ी पारी की दरकार थी, तब भी अय्यर सिर्फ 14 गेंदों पर 12 रन बनाकर आउट हो गए।
दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) के वेस्टजोन को फाइनल में पहुंचाने का मौका था, लेकिन अय्यर (Shreyas Iyer) की नाकामी ने टीम की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। लेकिन लगातार खराब प्रदर्शन के चलते अब सेलेक्टर्स उन्हें वेस्टइंडीज सीरीज (west indies series) में मौका देने से पहले कई बार सोचेंगे।
मोहम्मद शमी की निराशाजनक वापसी
वहीं नौ महीने बाद लाल गेंद क्रिकेट दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) में वापसी करने वाले मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) पर सबकी निगाहें थीं। लेकिन उनकी वापसी भी बेहद निराशाजनक रही।
- ईस्ट जोन से खेलते हुए उन्होंने नॉर्थ जोन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में गेंदबाजी की।
- शमी ने पूरे मैच में 100 रन लुटा दिए और सिर्फ एक ही विकेट अपने नाम कर पाए।
लिहाज़ा दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) में यह प्रदर्शन उनके अनुभव और कद के हिसाब से बेहद निराशाजनक था। ऐसे में शायद यही कारण है कि चयनकर्ता और कोचिंग स्टाफ इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं दिखते कि उन्हें सीधे वेस्टइंडीज सीरीज (west indies series) जैसे अहम मुकाबलों में उतारा जाए।
अंशुल कंबोज ने तोड़ी उम्मीदें
जहां कई युवा खिलाड़ी दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) में चमके, वहीं अंशुल कंबोज (Anshul Kamboj) उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए। शुरुआत में उन्होंने कुछ विकेट जरूर लिए लेकिन लगातार प्रभावी नहीं दिखे।
- अंशुल ने मुशीर खान, सरफराज खान और रिंकू सिंह जैसे बड़े विकेट झटके।
- लेकिन उनकी लाइन-लेंथ अस्थिर रही और लंबे स्पेल में रन लुटाने से टीम दबाव में आ गई।
लेकिन दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) में इस तरह के प्रदर्शन से साफ है कि टीम इंडिया (Team India) के सेलेक्टर्स उन्हें अभी और निखरने का समय देंगे, बजाय इसके कि सीधे वेस्टइंडीज सीरीज में उन्हें मौका दें।
वेस्टइंडीज सीरीज से बाहर हो सकते हैं ये नाम
दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) में मिली नाकामी ने इन तीनों खिलाड़ियों की स्थिति और भी मुश्किल कर दी है। वहीं मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर और उनकी टीम इस बात से भली-भांति वाकिफ हैं कि वेस्टइंडीज (west indies series) जैसी टीम के खिलाफ किसी भी हाल में कमजोर खिलाड़ियों को उतारने का रिस्क नहीं लिया जा सकता। शायद यही वजह है कि अय्यर, शमी और अंशुल को शायद बेंच पर ही बैठना पड़े।
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