BCCI central contract: बीसीसीआई ने साल 2024-25 के लिए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट (BCCI central contract) जारी कर दिए है. सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार बीसीसीआई हर खिलाड़ी को सालाना अनुबंध देती है जो कि उनकी सैलरी से अलग होती है. आईपीएल 2025 के बीचों बीच अब बीसीसीआई ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट जारी कर दिए है इसमें 34 खिलाड़ियों को शामिल किया गया है.
कई खिलाड़ियों की इसमें वापसी हुई है जबकि कई खिलाड़ी जो इसमें आना डिजर्वे करते थे उनको सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में मौका नहीं मिला था. कोच गौतम गंभीर का इसमें बड़ा योगदान है. क्योंकि वो ही इस समय टीम इंडिया के कोच है और उनके हाथों में ही टीम का भविष्य टिका हुआ है.
कई श्रेणियों में विभाजित हैं BCCI central contract
दरअसल खिलाड़ियों को बीसीसीआई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट देती है जो अच्छा प्रदर्शन कर रहे होते या फिर उभर रहे होते है. सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में खिलाड़ियों को अलग से सैलरी दी जाती है जो कि ग्रेड में अनुसार होती है और ये मैच फीस में जुडी हुई नहीं होती है. बीसीसीआई ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट को 4 ग्रेड में बाँट रखा है जिसमें ग्रेड ए प्लस, ग्रेड ए, ग्रेड बी और ग्रेड सी शामिल है.
इन श्रेणियों में दिया जाता हैं सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट
ग्रेड ए प्लस- इसमें तीनो फॉर्मेट खेलने वाले और दिग्गज खिलाड़ियों को जगह दी जाती है. इसमें विराट कोहली, रोहित शर्मा, रविंद्र जडेजा और जसप्रीत बुमराह शामिल है.
ग्रेड ए – इसमें उभरते हुए सुपरस्टार खिलाड़ियों को शामिल किया जाता है जो टीम इंडिया के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रहे होते है. इसमें शुभमन गिल, हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ियों को जगह दी गयी है.
ग्रेड बी- इसमें दो फॉर्मेट खेलने वाले खिलाड़ियों को जगह दी जाती है. इसमें श्रेयस अय्यर, अक्षर पटेल और यशस्वी जायसवाल जैसे खिलाड़ी शामिल है.
ग्रेड सी- इसमें नए खिलाड़ियों को जगह दी गयी है. वो खिलाड़ी जो इंडिया के लिए खेलना शुरू करते है उनको इस ग्रेड में रखा जाता है.
अलग ग्रेड की अलग सैलरी-
ग्रेड ए प्लस – ग्रेड ए प्लस में रहने वाले खिलाड़ियों को बीसीसीआई से 7 करोड़ की सालाना सैलरी मिलती है और प्रति मैच की फीस उनकी अलग होती है.
ग्रेड ए- ग्रेड ए में रहने वाले खिलाड़ियों को 5 करोड़ रुपये सैलरी मिलती है.
ग्रेड बी- ग्रेड बी में रहने वाले खिलाड़ियों को 3 करोड़ सालाना सैलरी मिलती है.
ग्रेड सी- ग्रेड सी में रहने वाले खिलाड़ियों को बीसीसीआई की तरफ से 1 करोड़ सालाना सैलरी मिलती है.
इन खिलाड़ियों को नहीं मिली सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में जगह
खलील अहमद- टीम इंडिया के बांये हाथ के तेज गेंदबाज खलील अहमद को इस बार सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में जगह नहीं दी गयी है. वो भी तब जब टीम इंडिया के पास लेफ्ट आर्म तेज गेंदबाज की कमी है. खलील अहमद टीम इंडिया के लिए पहले भी खेल चुके है लेकिन अब वो न तो टीम इंडिया में जगह बना पा रहे है.
खलील अहमद ने इस बार घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है और अब तो वो आईपीएल में भी अपना रंग दिखा है और पॉवरप्ले के दौरान ही सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों में शामिल है. इसके साथ ही वो पर्पल कैप की रेस में भी चल रहे है. खलील अहमद ने इस बार घरेलू क्रिकेट में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था जिसके चलते उन्हें आईपीएल में चेन्नई की टीम ने खरीदा था.
- खलील अहमद ने इस आईपीएल में 8 मैचों में 24.27 की औसत और 9.20 की इकॉनमी से 11 विकेट लिए है.
आवेश खान- टीम इंडिया के तेज गेंदबज आवेश खान को भी इस सीजन आईपीएल और डोमेस्टिक क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी टीम में जगह नहीं मिली है. आवेश खान ने इस आईपीएल में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है. उन्होंने लखनऊ को पिछले मैच में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभायी थी. आवेश खान ने आखिरी ओवर में 9 रन डिफेंड कर लिए थे. वो इस सीजन काफी अच्छे लय में चल रहे है उसके बाद भी उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के लिए कंसीडर नहीं किया गया है. आवेश इसके पहले टीम इंडिया के लिए खेल चुके है और उसमें उनका प्रदर्शन अच्छा रहा है.
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युजवेंद्र चहल- टीम इंडिया के दिग्गज लेग स्पिन गेंदबाज युजवेंद्र चहल को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट नहीं दिया गया है. चहल का भी आईपीएल में प्रदर्शन अच्छा है और उन्होंने हाल ही में आईपीएल इतिहास के सबसे कम स्कोर को सफलतापूर्वक बचाने में मदद की थी. चहल ने उस मैच में शानदार गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट लिए थे. चहल पिछले साल टीम इंडिया की टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा भी थे लेकिन अब उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के लायक भी नहीं समझा गया है.
भुवनेश्वर कुमार- टीम इंडिया के तेज गेंदबज भुवनेश्वर कुमार इस आईपीएल काफी अच्छी फॉर्म में चल रहे है. उन्होंने आरसीबी की कमजोर गेंदबाजी को अपने कंधो पर संभालकर रखा हुआ है. टीम इंडिया को अगले साल टी20 वर्ल्ड कप खेलना है और टीम के पास अभी तेज गेंदबाजी के विकप्लों की कमी है उसके बाद भी गौतम गंभीर उनके ऊपर विचार नहीं कर रहे है. इस आईपीएल में भुवनेश्वर ने काफी अच्छी गेंदबाजी की है और स्लॉग वर्ष में उनको मारना बहुत मुश्किल हो गया है उसके बावजोड़ उन्हें नजर अंदाज किया जा रहा है.
शार्दुल ठाकुर- टीम इंडिया के ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर को भी इस बार सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से नजरअंदाज किया गया है. शार्दुल ने विदेशी परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन भी किया हुआ है और उनकी बदौलत टीम इंडिया ने मैच भी जीते है लेकिन अब उन्हें मौका नहीं दिया जा रहा है.
उन्हें तब नजरअंदाज किया जा रहा है जब टीम इंडिया को इंग्लैंड का दौरा करना है और वो बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की कमी से जूझकर आयी है और इसकी वजह से उनको सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में क्वालीफाई करने से चूक गयी थी. शार्दुल का रिकॉर्ड इंग्लैंड में भी अच्छा है. आईपीएल में भी शार्दुल ठाकुर का प्रदर्शन अच्छा है और वो पर्पल कैप की रेस में चल रहे है.
इन खिलाड़ियों मिला हैं सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट
A+ ग्रेड: रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रित बुमराह, रवीन्द्र जड़ेजा
ए ग्रेड: मोहम्मद सिराज, केएल राहुल, शुबमन गिल, हार्दिक पंड्या, मोहम्मद शमी, ऋषभ पंत
बी ग्रेड: सूर्यकुमार यादव, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, यशस्वी जयसवाल, श्रेयस अय्यर
सी ग्रेड: रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, रुतुराज गायकवाड़, शिवम दुबे, रवि बिश्नोई, वाशिंगटन सुंदर, मुकेश कुमार, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, रजत पाटीदार, ध्रुव जुरेल, सरफराज खान, नितीश कुमार रेड्डी, ईशान किशन, अभिषेक शर्मा, आकाश दीप, वरुण चक्रवर्ती, हर्षित राणा
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