Team India: भारत को बल्लेबाजों का देश माना जाता है और यहाँ की धरती पर एक से बढ़कर एक बड़े बल्लेबाज ने जन्म लिया है. उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से पूरी दुनिया को दीवाना बनाया है. सीके नायडू से लेकर विजय मर्चेंट, विजय मांजरेकर, पोली उमरगर, गुंडप्पा विश्वनाथ, मोहिंदर अमरनाथ, द ग्रेट सुनील गावस्कर से लेकर क्रिकेट के भगवन कहलाने वाले सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ से लेकर किंग ऑफ़ ऑफ़ साइड सौरव गांगुली से लेकर कलाई के जादूगर वीवीएस लक्ष्मण से नवाब ऑफ़ नजफगढ़ कहलाने वाले वीरेंद्र सहवाग से लेकर चेस मास्टर विराट कोहली और सबसे आखिरी में बेस्ट फिनिशर एमएस धोनी ने अपनी बल्लेबाजी से दुनिया को दीवाना बनाया था.
वर्ल्ड क्लास बल्लेबाजों का क्रम अभी भी जारी है और इस समय भी टीम इंडिया (Team India) में कई युवा बल्लेबाज है जो इन दिग्गज खिलाड़ियों की बागडोर आगे संभालने का माद्दा रखते है. जिसमें बेबी गोट शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल जैसे खिलाड़ी शामिल है. इन्होने अपने छोटे से करियर में ही दिखाया है कि ये आगे जाकर उन उचाईयों को हासिल कर सकते हैं जो इनकी पुरानी पीढ़ी से हासिल की थी.
टेस्ट क्रिकेट है सबसे बेस्ट क्रिकेट
टेस्ट क्रिकेट, क्रिकेट का सबसे कठिन फॉर्मेट माना जाता है क्योंकि इसमें, धैर्य, टेम्परामेंट, तकनीक औरत फिटनेस का बेजोड़ टेस्ट होता है और टेस्ट में जो पास हो जाता है वो दिग्गज कहलाता है. टेस्ट को शुरू हुए अब लगभग 150 साल होने वाले है लेकिन इसमें जितना चैलेंज पहले दिन शुरुआत में था आज भी खिलाड़ियों को उन्हीं चुनातियों का सामना करना पड़ता है जब कि खेल की गति भी बढ़ गयी है. इसमें जो अपने आप को टेस्ट में सफल बना लेता है वो किसी भी फॉर्मेट में अच्छा कर सकता है.
टेस्ट में हैं बेस्ट Team India के खिलाड़ी
टेस्ट में आज भी रन बनाना काफी कठिन है लेकिन इससे ही बल्लेबाजों की काबिलयत का पता चलता है जब वो धैर्य और अपनी स्किल्स को दिखाते हुए बड़ी परियां खेलते है और इनको ही दुनिया लम्बे समय तक याद करती है. टेस्ट में आज कल तो दोहरा शतक भी बाई बात हो गयी है लेकिन इसके पहले बल्लेबाज अगर एक बार सेट हो जाते थे तो वो बड़ी पारी खेले बिना आउट नहीं होते थे. इस आर्टिकल में हम उन भारतीय खिलाड़ियों के बारे में जानेंगे जिन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 350 से ज्यादा की पारी खेली है.
इन खिलाड़ियों ने बनाये हैं 350 रन
भाऊसाहब निम्बालकर- भारत के लिए फर्स्ट क्लास में सबसे पहले 350 रन का आंकड़ा पार करने वाले बल्लेबाज भाऊसाहब निम्बालकर थे. उन्होंने 1948 में महाराष्ट्र की टीम से खेलते हुए काठियावाड़ के गेंदबाजों की जमकर धज्जिया उड़ाई थी. उन्होंने अपनी इस मैराथन पारी में 494 मिनट का सामना किया था जिस दौरान उन्होंने 49 चौके और 1 छक्के लगाते हुए 443 रन बनाये है.
पृथ्वी शॉ- भारत के अगले सचिन तेंदुलकर कहलाने वाले पृथ्वी शॉ ने भी शुरुआत में ही अपने टैलेंट की झलकियां दिखी दी थी. उन्होंने रणजी ट्रॉफी में मुंबई की टीम से खेलते हुए साल 2023 में 383 गेंदों का सामना करते हुए 49 चौके और 4 छक्के लगाते हुए 379 रन बनाये थे. पृथ्वी शॉ ने अपनी इस पारी की बदौलत टीम की जीत की नींव रखी थी.
संजय मांजरेकर- टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी संजय मांजरेकर ने रणजी ट्रॉफी में कमाल की पारी खेली थी. उन्होंने 1991 में बॉम्बे की टीम से खेलते हुए हैदराबाद के खिलाफ 473 गेंदों का सामना किया था जिस दौरान उन्होंने 50 चौके और 5 छक्के लगाते हुए 377 रन बनाये थे. मांजरेकर की पारी बहुत शानदार थी और उन्होंने खूंटा गांडते हुए हैदराबाद के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की थी.
मातुरी श्रीधर- हैदराबाद के दिग्गज बल्लेबाज श्रीधर ने 1994 में आंध्र प्रदेश के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी करते हुए तिहरा शतक लगा दिया था. उन्होंने अपनी पारी में 523 गेंदों का सामना किया था और उन्होंने 37 चौके और 5 छक्के लगाते हुए 366 रन बनाये थे.
तन्मय अग्रवाल- तन्मय अग्रवाल ने पिछले दो रणजी ट्रॉफी सीजन में काफी अच्छी बल्लेबाजी करते हुए हाईएस्ट रन स्कोरर में से एक थे. अग्रवाल ने इस मैच में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 181 गेंदों में ही तिहरा शतक लगा दिया था. तन्मय ने अपनी इस पारी में 34 चौके और 26 छक्के लगते हुए 366 रन बनाये थे. उन्होंने अपनी इस तूफानी पारी के दम पर एक ही मैच में कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए थे.
विजय मर्चेंट- भारत के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक विजय मर्चेंट ने कई साल तक टीम इंडिया की बल्लेबाजी को संभाला है. विजय मर्चेंट ने अपनी इस पारी में 640 मिनट तक क्रीज़ पर बल्लेबाजी की थी. उन्होंने महाराष्ट्र के गेंदबाजों के खिलाफ आराम से रन बनाये थे जिसके चलते उन्होंने बाउंड्री पर कम फोकस किया था. विजय मर्चेंट ने अपनी इस पारी में 31 चौके लगाते हुए नाबाद 359 रन बनाये थे.
समिट गोहेल- गुजरात के बल्लेबाज समिट गोहेल ने भी शानदार पारी खेलकर अपना नाम इतिहास लिया था. गोहेल ने अपनी इस जुझारू पारी में 964 मिनट क्रीज़ पर बिठाये थे और उस दौरान उन्होंने 723 गेंदों का समाना करते हुए 45 चौके और 1 छक्का जड़ते हुए नाबाद 359 रन रन बनाये थे. वो एकलौते ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने 350 रन बनाने के लिए फर्स्ट क्लास में लगभग एक हज़ार मिनट तक बल्लेबाजी की थी.
वीवीएस लक्षमण- वीवीएस लक्षमण भारत के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक थे. उन्होंने भारतीय टीम के लिए कई ऐसी पारियां खेली है जिसकी वजह से टीम को जीत मिली है. उनकी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गयी 281 रन की पारी पिछले कुछ सालों में खेली गयी सबसे महत्वपूर्ण पारियों में से एक है. उन्होंने घरेलू क्रिकेट में भी कई ऐसी पारियां खेल रखी है जिसके चलते उनकी टीम को जीत मिली है. लक्षमण ने अपनी इस पारी में 560 गेंदों का सामना करते हुए 52 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 353 रन बनाये थे.
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