Team India: टीम इंडिया (Team India) के स्टार खिलाड़ी इस समय चेन्नई के एम.ए चिदंबरम स्टेडियम में बांग्लादेश टेस्ट सीरीज से पहले कैंप लगाए हुए है. चेन्नई के मैदान पर होने वाले टेस्ट मैच से पहले कुछ भारतीय खिलाड़ी दलीप ट्रॉफी में भी खेलते हुए नजर आ रहे है.
दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) के बाद भारतीय घरेलू क्रिकेट में रणजी ट्रॉफी के मुकाबले खेले जाएंगे लेकिन उससे पहले हम आपको रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के इतिहास में खेली एक ऐसी पारी से अवगत कराने वाले है जिसमें भारतीय बल्लेबाज ने टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) के अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए चंद ही घंटो में अपना तिहरा शतक पूरा कर लिया था.
मातुरी श्रीधर ने रणजी में खेली थी 366 रनों की पारी
रणजी ट्रॉफी 1993-94 (Ranji Trophy 1993-94) के सीजन में हैदराबाद से खेलते हुए मातुरी श्रीधर ने आंध्र के खिलाफ 523 गेंदों पर 366 रनों की पारी खेली थी. मातुरी श्रीधर ने अपनी इस पारी में 37 चौके और 5 छक्कों की मदद से इस पारी में हैदराबाद के लिए सबसे बड़ा स्कोर बनाया था. मातुरी श्रीधर (Maturi Sridhar) ने अपनी इस पारी में 69.98 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की. मातुरी श्रीधर ने अपनी इस पारी में आतिशी अंदाज में बल्लेबाजी की और हैदराबाद की टीम को पहली पारी में 944 रनों के स्कोर तक पहुंचाया.
पेशे से MBBS डॉक्टर थे मातुरी श्रीधर
मातुरी श्रीधर (Maturi Sirdhar) ने अपनी इस पारी में टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के अंदाज में बल्लेबाजी की थी. जिसके कारण रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के इतिहास में आज भी मातुरी श्रीधर की इस पारी को याद किया जाता है. मातुरी श्रीधर के बारे में एक और बात प्रचलित है कि वो क्रिकेट फील्ड के साथ- साथ पढाई में भी काफी अच्छे थे वो पेशे से एक एमबीबीएस डॉक्टर भी थे.
इंडियन क्रिकेट के काफी बड़ी हस्ती थी मातुरी श्रीधर
मातुरी श्रीधर (Maturi Sridhar) ने एक खिलाड़ी के तौर पर घरेलू क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई लेकिन इंटरनेशनल लेवल पर उन्हें कभी टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका नहीं मिला लेकिन बतौर खिलाड़ी संन्यास लेने के बाद उन्होंने कई अहम रोल निभाई. मातुरी श्रीधर की बात करें तो वह भारतीय क्रिकेट के एडमिनिस्ट्रेटिव मसलों में गहराई से शामिल थे. वो साल 2013 में जनरल मैनेजर बने, लेकिन 2017 में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया.