(Babar Azam): बाबर आज़म (Babar Azam) को पाकिस्तान का बड़ा बल्लेबाज माना जाता है और उनकी तुलना भारत के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली से की जाती है. हालाँकि उन दोनों खिलाड़ियों की तुलना ऐसी ही है कि “कहाँ राजा भोज कहाँ गंगू तेली।” इन दोनों में बहुत अंतर है, एक ने अपनी टीम को बड़ी टीमों के खिलाफ मुश्किल परिस्थितियों में ऐसे मैच जीता रखे है जिसकी कल्पना मात्र ही संभव है जबकि बाबर आज़म सिर्फ अपने रन ही बनाने के लिए खेलते है.
छोटी टीमों के खिलाफ रन बनाकर बनाया हैं Babar Azam ने अपना नाम
उनके ज्यादातर रन छोटी टीमों के खिलाफ आये है या फिर बड़ी टीमों के बी और सी साइड के खिलाफ रन बनाने में सफल हुए है और इसके चलते उनके आंकड़े अच्छे हो गए है और जब भी बड़ा मैच आता है तो वो टुक-टुक करना चालू कर देते है और अपनी टीम को मैच हराने की जिम्मेदारी लेते है. हालाँकि टीम इंडिया का ये खिलाड़ी भी उन्हीं से प्रेरित है और उन्हीं की तरह बड़े मैचों में टुक-टुक करता है.
राहुल भी बड़े मैचों में करने लगते हैं टुक-टुक
दरअसल ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के सबसे होनहार माने जाने वाले खिलाड़ी केएल राहुल है. राहुल लीग मैचों या फिर बाइलेट्रल मैचों में तो अच्छा प्रदर्शन कर लेते है लेकिन जब भी कोई बड़ा मैच आता है तो उनके हाथ पाँव फूल जाते है और वो हमेशा चोक कर देते है.
राहुल ने अपने डेब्यू के आबाद से टीम इंडिया के लिए अब तक 3 नाकआउट मैच खेले है और हर बार उनका प्रदर्शन खराब रहा है. वो 2019 और 2022 में तो रन भी नहीं बना पाए थे जबकि 2023 में उन्हें रन तो बनाये थे लेकिन उन्होंने इतनी ज्यादा गेंदें खेल ली थी जिसके चलते टीम इंडिया का टोटल कम रह गया था.
नाकआउट मैचों में राहुल कर देते हैं सरेंडर
राहुल के पास टैलेंट की कमी नहीं है लेकिन जब भी उनके ऊपर दबाव आता है तो वो उस दबाव में बिखर जाते है और यही कारण है कि वो इतना धीरे बल्लेबाजी करते है. राहुल द्विपक्षीय सीरीज में तो अच्छा प्रदर्शन करते है लेकिन करो या मरो वाले मैचों में उनका प्रदर्शन बहुत ख़राब है इसी कारण उनकी तुलना बाबर आज़म से की जाती है. हालंकि राहुल ने आईसीसी इवेंट में ऐसी पारियां खेली है जो बाबर आज़म खेलने का सोचते है.