भारतीय खिलाड़ी: टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खेलना है जिसके लिए टीम पूरी प्रैक्टिस में जुटी हुई है। इस सीरीज के बीच आज हम आपको एक ऐसे भारतीय खिलाड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें उन्होंने विपक्षी गेंदबाजों की छुट्टी कर दी थी। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में खेलेत हुए 443 रनों की पारी खेल डाली थी। आईए जानते हैं इस खिलाड़ी की उस पारी के बारे में-
खेली 443 रनों की शानदार पारी
इंडिया के पूर्व बाल्लेबाज भाऊसाहेब निंबालकर (Bhausaheb Nimbalkar) ने अपने करियर में काफी मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्होंने कई शानदार पारियां खेली हैं। उन्होंने साल 1948 में घरेलू क्रिकेट में खेलते हुए 443 रनों की शानदार पारी खेली थी। उन्होंने अपने इस मुकाबले में काठियावाड़ के गेंदबाजों के छक्के छुड़ाकर रख दिए थे। भाऊसाहेब (Bhausaheb Nimbalkar) ने काठीयावार के लिए खेलते हुए 49 चौके और एक छक्के के मदद से 443 रनों की पारी खेली थी।
क्या था मैच का हाल
बता दें यह मुकाबला साल 1948 में खेला गया था। यह मुकाबला काठियावाड़ और महाराष्ट्र के बीच खेला गया था। इस मुकाबले में काठियावाड़ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। काठियावाड़ ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 238 रनों की पारी खेली। जिसके जवाब में मैदान पर उतरी महाराष्ट्र की टीम ने भाऊसाहेब की शानदार पारी की मदद से चार विकेट के नुकसान पर 823 रनों की पारी खेली। इस मुकाबले को महाराष्ट्र के खिलाड़ियों ने अपने नाम किया।
भाऊसाहेब निंबालकर का क्रिकेट करियर
भाऊसाहेब निंबालकर (Bhausaheb Nimbalkar) ने अपने क्रिकेट करियर में टीम इंडिया के लिए डेब्यू नहीं किया था। उन्होंने अपने करियर में 80 फर्स्ट क्लास मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्होंने 118 पारियों में 47.93 की शानदार औसत से 4841 रन बनाए थे।